मुगल साम्राज्य में डर के कारण अन्य धर्म में परिवर्तित हो गए जिसे हम घर वापसी कहते है:आलोक

बरेली । अंतर्राष्ट्रीय अध्यक्ष आलोक अग्रवाल ने आज नगर के प्रमुख व्यवसाई अनुपम कपूर के यहां जलपान किया जहां पर उन्होंने जन प्रतिनिधियों, प्रेस व बहेड़ी आंवला पीलीभीत नवाबगंज आदि जगह से आए अनेकों उपस्थित विहिप कार्यक्रताओ को संबोधित करते हुए कहा कि स्थापना के बाद विहिप को जो सबसे बड़ा काम मिला वह था राम जी के मन्दिर को मुक्त करा कर पुनः भव्य रूप में स्थापना करवाना पर विहिप का काम अभी खत्म नहीं हुआ है भारत के बहुसंख्यक जन समुदाय की आस्था के अनेकों परतीक अभी वापस लाने है अभी काशी मथुरा आदि बाकी है उन्होंने एम पी में भोजशाला का जिक्र किया कि कैसे वाला कोर्ट के सर्व के बाद वराह भगवान यानी सुअर की आकृति दीवारों पर अंकित मिली जबकि वहा पर अपने स्थान का दावा करने वाले समाज में सूअर निषेध है तब यह स्पष्ट है कि वह भी हिंदुओं की ही थी।

आलोक अग्रवाल ने बताया कि कैसे पूरे भारत में उस समुदाय पर कार्य चल रहा है जो किसी समय मुगल साम्राज्य में दबाब या डर के कारण अन्य धर्म में परिवर्तित हो गए जिसे हम घर वापसी कहते है। हर जगह हमारे लोग धर्म की रक्षा के ध्वज वाहक बन कार्य कर रहे है उन्होंने यह भी बताया कि विहिप माने विश्व हिन्दू परिषद नहीं है विहिप मायने पुरुषों का संगठन जबकि बजरंग दल युवाओं के लिए इसी संगठन का एक पार्ट है ऐसे ही तरुणियो माने बच्चियों के लिए दुर्गा वाहिनी और तीस वर्ष से ऊपर की महिलाओं के लिए दुर्गा वाहिनी भी विश्व हिंदू परिषद के पार्ट है। आज के इस सूक्ष्म कार्यक्रम में माननीय शशांक भाटिया , डॉक्टरया अरुण सक्सेना , भाजपा महानगर अध्यक्ष अधीर सक्सैना ,उमेश गौतम , वरिष्ठ भाजपाई गुलशन आनंद, डॉ प्रमेंद्र माहेश्वरी ,डॉ रुचिन अग्रवाल व विहिप के प्रांत के संगठन मंत्री राजेश विभाग संगठन मंत्री सोम , विभाग मंत्री मानवेंद्र राणा, महानगर अध्यक्ष आशू अग्रवाल , दिव्य चतुर्वादी नीरू भारद्वाज, मणिकांत शर्मा , राजकुमार राजपूत ,सुनील त्यागी , गीता सिंह ,नीरज चौरसिया, विकास सोमवंशी , सोनू जितेन्द्र, जितेंद्र कश्यप , नितेश , त्रिभुवन , धर्मेद्र , राजेंद्र , अमित शर्मा आदि आदि अनेकों कार्यकर्ता उपस्तिथि थे।