गर्मीयों में लू लगना या नकसीर से बचाव
बरेली । एस. आर. एम. राजकीय आयुर्वेदिक कॉलेज एवं चिकित्सालय, बरेली के प्राचार्य एवं अधीक्षक प्रो. डी. के. मौर्य ने बताया की गर्मियों में डायरिया, फूड पॉयजनिंग, चर्म रोग आदि होने की संभावना बहुत अधिक रहती है, यही नहीं इस मौसम की तेज धूप और पसीने की वजह से लू लगना, शरीर में पानी की कमी या डिहाइड्रेशन आदि से भी लोग बीमार हो सकते हैं! लू लगना यानी कि हीट स्ट्रोक, गर्मी के मौसम में होने वाली सबसे कॉमन बीमारियों में से ये एक है, अगर आप लंबे समय तक तेज धूप में रहते हैं तो आप लू की चपेट में आ सकते हैं! लू लगने पर सिर में तेज दर्द, तेज बुखार, उल्टी, तेज सांस लेना, चक्कर आना, कमजोरी महसूस होना या बेहोश हो जाना,पेशाब कम आना जैसे लक्षण आते हैं! लू से बचने के लिए कभी भी खाली पेट बाहर ना निकलें, दिन में बार पानी पीते रहें शरीर में पानी की कमी ना होने दें और जहां तक हो सके खुद को ढक कर ही धूप में जाएं, दोपहर 11 बजे से 4 बजे तक घर के अंदर ही रहें। इसके अलावा गर्मियों में एक अन्य रोग जो अक्सर मिलता है। नाक से रक्त बहना नकसीर या एपिस्टैक्सीस रोग कहलाता है। ज्यादातर यह गर्मीयो में शरीर के तापमान बढने, गर्म रूखी हवाओं से नाक के सूखने से, नाक को अधिक रगडने, खुजाने से होता है। इसके साथ- साथ खेलते समय नाक पर लग जाने , एलर्जी , हाई ब्लड प्रैशर भी नकसीर का कारण हो सकते है। 1- धूप और गर्म हवाओं से बचें या सिर पर छाता लगाकर या कपडा डालकर तथा चेहरे को ढककर निकलें। 2- तले हुए पदार्थ और गर्म मिर्च मसाले आदि का कम प्रयोग करे,। चाय या काफी भी कम पीयें। 3- खटटे फलों-नीबू, संतरा, अनार कोे खायें या जूस पीयें। 4- नारियल पानी पीयें। 4- हरे पत्तो वाली सब्जीयों का सेवन करें। 5- धनीया व प्रदीना चटनी खायें। 5- कम से कम रोज 10-12 गिलास ताजा साफ पानी पीयें। 6- नमक के घोल का नाक के पास स्प्रे करें। 6- धुऐं से या धुऐं वाले स्थानों से दूर रहें, बीडी सिगरेट ना पीयें। नाक को न तो ज्यादा खुजायें और ना ही रगडें। 7- नाक को या हमारे शरीर को जिस भी चीज से एलर्जी है उससे दूर रहें या उसका परहेज करें, तथा ब्लड प्रैशर को सामान्य करने के उपाय करे। देसी उपाय- 1- सबसे पहले बर्फ के छोटे-छोटे टुकडे करके एक कपडे में लपेटकर नाक के पास रक्त के बंद होने तक रखें। 2- तुलसी के पत्तों का रस 3-4 चम्मच को नमक मिलाकर दिन में 3-4 बार पीयें। 3- तुलसी के 10 या 15 पत्ते लेकर 4-5 काली मिर्च और थोडी सी मिश्री के साथ पिसकर एक गिलास पानी में मिलाकर सुबह शाम पीयें। 4- गुलाब के फूलों के अर्क का शर्बत सुबह शाम पीयें। उससे लू लगने का खतरा भी कम रहता है, और जिन लोगों के शरीर में गर्मी सी बनी रहती है उसे कम करता हैं। 5- सूखा धनिया और किशमिश बराबर मात्रा में लेकर इन दोनो के बराबर मिश्री लेकर रात को एक गिलास पानी में भिगो दें, सुबह उसी पानी में घोलकर छानकर उसे पीयें। 6- अनार के फूलों का रस नाक में डालें।
प्रो.डी. क़े. मौर्य ने कहा कि गर्मियों में होने वाली समस्याओ के निराकरण के लिये आयुर्वेदिक या घरेलु उपाय करें! रोग गंभीर हो तो चिकित्सक कि सलाह लें।