पत्नी बनाती थी रील, जीजा से करती थी बात, गर्भवती होने का था शक इसलिए कर दी पत्नी की हत्या
बरेली। उत्तर प्रदेश के बरेली जिले के शाही थाना क्षेत्र में बीती 14 मई को पति पत्नी के साथ लूटपाट और लुटेरों द्वारा पत्नि की हत्या कर देने तथा पति को लुटेरे द्वारा घायल कर देने जैसी वारदात सामने आई थी, जिसमें ग्रामीणों ने जाम लगाया था और वारदात को अंजाम देने वाले लुटेरों को गिरफ्तार करने की मांग की थी, जिसको लेकर थाना शाही में लूटपाट और हत्या का मुकदमा अज्ञात लुटेरों के खिलाफ दर्ज किया गया था,मगर पुलिस की विवेचना में कुछ और ही मामला निकलकर सामने आया। दरअसल पत्नी रील बनाती थी और अपने बहनोई से फोन पर बात करती थी , जिसको लेकर उसका पति विरोध करता था। इसी को लेकर उसने अपनी गर्भवती पत्नी की हत्या कर दी और अपने दोस्त के साथ मिलकर लुटेरों द्वारा लूटपाट करने और विरोध करने पर पत्नी की हत्या कर देने का ड्रामा रचा था।बीती 14 मई को हुई सरेराह लूटपाट और विरोध करने पर महिला की हत्या का मामला सामने आने के बाद पुलिस महकमें में हड़कंप मच गया था। इस वारदात के बाद ग्रामीणों ने जाम लगाया था और आरोपियों की तत्काल गिरफ्तारी की मांग की थी। घटना की सूचना पर पुलिस के आला अधिकारी और कई थानों का फोर्स भी पहुंचा था। घटना के खुलासे के लिए पुलिस टीमों को लगाया गया था जिसमें एसओजी और थाने की टीम शामिल थी।
थाना शाही क्षेत्र के वीरपुर बकैनिया निवासी राजकुमार पुत्र मदन लाल की मई 2023 में मल्शा खेड़ा की हेमलता पुत्री हरीश कुमार से हुई थी। हेमलता को मोबाइल पर रील बनाने का शौक था और राजकुमार इसका विरोध करता था। इसको लेकर कई बार पति-पत्नी में झगड़ा भी हुआ था। हेमलता अपने बहनोई से फोन पर बात करती थी और राजकुमार शक किया करता था।राजकुमार ने गुस्से में आकर अपना मोबाइल तोड़ दिया और हेमलता का मोबाइल ले लिया था और उसमें अपना सिम डालकर चलाने लगा। उसका उसकी पत्नी से लगातार झगड़ा होता रहता था, उसकी पत्नी नाराज होकर कई बार महीनों तक अपने मायके में रही। इसी दौरान उसे पता चला कि उसकी पत्नी गर्भवती है तो वह अंदर ही अंदर कुढ़ने लगा और सोचने लगा कि शायद यह बच्चा मेरा नहीं है।
गांव में ही उसका एक करीबी दोस्त राम बहादुर पुत्र मिहीलाल था। उसने अपने दोस्त को सारी बात बताई तो उसके दोस्त ने कहा कि सतर्क रहने की जरूरत है। तब भी उसने अपनी पत्नी के साथ मारपीट की थी,मगर फोन उसके पास होने की वजह से बात ससुराल तक नहीं पहुंची, मगर किसी तरह जब ससुराल तक बात पहुंची तो उसकी सास ने आकर उसे डाटा था और कहा कि उसकी बेटी को सही से रखें। तब उसने अपनी पत्नी को जान से मार देने की योजना बनाई। अपनी पत्नी से सही ढंग से बात करने लगा और ऐसा जताने लगा जैसे वो उससे बहुत प्यार करता है। धीरे-धीरे करके उसने कुछ पैसे इकट्ठे किए और एक तमंचा और दो कारतूस खरीद लिए। 14 मई को वो अपनी पत्नी को घुमाने के बहाने से ससुराल और उसकी मौसी के घर ले गया। उसने इतना वक्त लगा दिया कि लौटते वक्त शाम हो जाए। जब थोड़ा अंधेरा हो गया तो वह ससुराल से वापस आया। गांव के रास्ते की जगह जब खेतों की तरफ मुड़ा तो उसकी पत्नी ने टोका कि किधर जा रहे हो जिस पर उसने कहा कि मिर्च के खेतों की तरफ चल रहे हैं। इसी बीच उसने अपनी पत्नी से पूछा कि तुम्हारे पेट में पल रहा बच्चा किसका है इसी को लेकर विवाद हो गया ,फिर उसने अपनी मोटरसाइकिल की डिग्गी में रखे तमंचे को निकाल कर अपनी पत्नी हेमलता के सीने में गोली मार दी। वह तड़पने लगी तो उसके दूसरी गोली उसके गले से सटाकर मारी जिसके बाद उसकी मौत हो गई । उसने सोचा मैं फंस जाऊंगा तो उसने अपने दोस्त रामबहादुर को बुलाया। राम बहादुर ने घटना को इस तरह से कर दिया कि लगे कि लुटेरों ने घटना को अंजाम दिया है। उसने हेमलता के जेवरातों को उसके शरीर से उतारा और पर्स को खाली करने वहीं छोड़ और दूर ले जाकर गड्ढा खोदकर तमंचा और कारतूस के खोकों तथा जेबरातों को दबा दिया। राजकुमार ने गांव में यह खबर फैला दी की उसकी पत्नी हेमलता की लुटेरों ने हत्या कर दी। इसके बाद यह खबर आग की तरह फैल गई। ग्रामीणों ने विरोध किया और तत्काल घटना को अंजाम देने वाले बदमाशों की गिरफ्तारी की मांग की। राजकुमार इस घटना में घायल नहीं हुआ था जिसकी वजह से शक गहरा रहा था कि इस घटना को फर्जी बनाया गया है राजकुमार और राम बहादुर दोनों गिरफ्तार होने के डर से दिल्ली भागने वाले थे तभी पुलिस ने दोनों आरोपियों को दिल्ली भागने से पहले गिरफ्तार कर लिया।वहीं पुलिस ने इस घटना का आज खुलासा कर दिया दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर उनके खिलाफ थाना शाही में धारा 302 ,120बी तथा 3/5 आर्म्स एक्ट के तहत मुकदमा लिखकर जेल भेज दिया है।