बिल्सी के देववाणी मंदिर में अवध में आये राम कवि सम्मेलन आयोजित किया गया

बदायूँ। उत्तर प्रदेश हिन्दी प्रचार समिति के तत्वावधान में बिल्सी देववाणी मंदिर में अवध में आये राम कवि सम्मेलन आयोजित किया गया| जिसकी अध्यक्षता सोमेन्द्र सोम ने की।

साथ ही मुख्य अतिथि पूर्व चेयरमैन ओमप्रकाश सागर रहे। सरस्वती वंदना अचिन मासूम ने पढ़ी । उसके बाद बिल्सी के साहित्यकार नरेंद्र गरल ने पढ़ा ….. राम की वीरता धीरता का आज हम आकलन कर रहे हैं। सद्गुणों का समन्दर है राघव और हम आचमन कर रहे हैं। संचालक-बदायूं से पहुंचे षटवदन शंखधार ने कहा – हो निराधार फिर भी सॅवर जाओगे एक विश्वास से तुम तो भर जाओगे

राम के नाम से तैर पत्थर गये राम का नाम लोगे तो तर जाओगे बदायूं से पहुंचे राजवीर सिंह तरंग ने कहा अवधपुरी में राम पधारे, हर्षित सब नर-नार हुए। दीप जले घर-घर खुशियों के, धरती के श्रंगार हुए।। उसावां से पहुंचे अमित अम्बर ने कहा … देह मैली है इसको धुलो तो सही ज्ञान का है ये साबुन मलो तो सही राम के सारे पद चिन्ह मिल जायेंगें राम जिस पथ चले तुम चलो तो सही बदायूं से अचिन मासूम ने पढ़ा…. राम की भोर है राम की शाम है पूर्ण जीवन मिरा राम के नाम है नाम से तैरते जिनके पाषाण भी राम से भी बड़ा राम का नाम है।। बिसौली से पहुंचे हरगोविंद पाठक ने कहा ….. राम नाम के सुमरिन से सबके कष्ट हरे हे जननायक जनपालक हे विष्णु अवतारी बदायूँ से आये हर्षवर्धन मिश्रा ने पढ़ा राम आधार हैं सब के जीवन का राम विस्तार हैं मन के उपवन का राम त्याग और समर्पण की प्रतिमा भी हैं राम संसार हैं सारे जन जन का।

। बिल्सी से ओजस्वी जौहरी ने कहा मनाएंगे दिवाली हम अवध में राम आए हैं कटा वनवास कलियुग का अवध में राम आए हैं। बिल्सी से विष्णु असावा जी ने पढ़ा राम जी के चरणों में बलिहारी जाऊँ सदा सदा सदा गुन राम जी के गाता जाऊँ मैं गोद सीता माँ की खेलूँ मोद में मगन रहूँ राम जी के दास का भी दास ही कहाऊँ बदायूं से पधारे ललतेश ललित ने पढ़ा…. मैं अपने गीत ग़ज़लों में सीताराम लिखता हूं सीताराम लिखता हूं राधा श्याम लिखता हूं, वहीं सृष्टि के नायक हैं,वहीं सृष्टि के पालक है, उन्हीं के नाम से अपना शुरू हर काम करता हूं। इसके अलावा कार्यक्रम में लोकेश शर्मा,वाशू सक्सेना,डाक्टर राहुल मिश्रा, अमन बार्ष्णेय, सोनू माहेश्वरी, मनमोहन तोष्णीबाल, चन्द्र कुमार शर्मा, संदीप मिश्रा, गगन तोष्णीबाल, ग्रीस चन्द्र माहेश्वरी, कृष्ण मुरारी लाल असावा, ब्रजेश राजपूत, आयुष असावा, शशांक पाठक। ,