स्वास्थ्य। मोटापा बढ़ने की सबसे बड़ी और कॉमन वजह है ज्यादा और अनहेल्दी खाना। हालांकि कुछ बीमारियों, जैसे- डायबिटीज, थायरॉइड भी मोटापा बढ़ाते हैं। मेटाबॉलिज्म जब सही तरीके से काम नहीं करता, तो भी मोटापा बढ़ने लगता है। इसके अलावा कुछ दवाइयों के ज्यादा सेवन से भी व्यक्ति मोटापे का शिकार हो सकता है। मोटापा मतलब शरीर में बहुत ज्यादा फैट होना। मोटापा कम करने के लिए एक्सपर्ट्स डाइट में जरूरी बदलाव और एक्सरसाइज को रूटीन में शामिल करने की सलाह देते हैं। जो एकदम सही है। वजन या मोटापा कम करने में डाइट का 80% और एक्सरसाइज का 20% रोल होता है, लेकिन इसका मतलब ये बिल्कुल न समझें कि डाइटिंग करके आप वजन कम करने के टारगेट को जल्द से जल्द पूरा कर लेंगे। इसके लिए आपको अपने कैलोरी इनटेक पर फोकस करना होगा। कई सारी रिसर्च बताती है कि अगर आप अपने रोजाना लिए जाने वाले कैलोरी में आवश्यकतानुसार कटौती कर ली, तो आप हर एक उम्र में फिट एंड फाइन बने रह सकते हैं। तले-भुने, मीठे, प्रोसेस्ड और जंक फूड आइटम्स में बहुत ज्यादा कैलोरी होती है। ये खाने में बेशक स्वादिष्ट लग सकते हैं, लेकिन लगातार इस तरह के खानपान से आप फिट से फैट हो सकते हैं। साथ ही इससे शरीर के कई फंक्शन्स पर भी असर पड़ता है। अगर आप स्लिम-ट्रीम होना चाहते हैं, तो कैलोरी बर्न करने से ज्यादा कैलोरी के सेवन पर ध्यान दें। हां, लेकिन इसका मतलब ये भी नहीं कि बिल्कुल ही कैलोरी न लें। थोड़ी कैलोरी शरीर के लिए जरूरी भी है। मोटापे को कंट्रोल करने के लिए कैलोरी इनटेक और उसे बर्न करने के बीच बैलेंस होना जरूरी है। जितनी कैलोरी ले रहे हैं, उससे ज्यादा उसे बर्न करें। तभी आप मोटापे को मात दे पाएंगे। डाइट में फ्राईड, पैक्ड और जंक फूड्स लेना अवॉयज करें। सब्जियों, फलों, साबुत अनाज, दाल, फलियों के साथ डेयरी प्रोडक्ट्स की मात्रा बढ़ाएं। आर्टिफिशियल शुगर वाली चीज़ें सिर्फ खाने में टेस्टी होती हैं। इनमें किसी तरह का पोषण नहीं होता। उल्टा ये मोटापा बढ़ाने का काम करते हैं। इसलिए इन्हें जितना हो सके अवॉयड करें। इनकी जगह नेचुरल शुगर वाले फूड आइटम्स खाएं।