पीलीभीत। सांसद वरुण गांधी ने कहा कि पांच साल बाद अग्निवीर के युवा गांवों में बेरोजगार घूमेंगे। नया रोजगार संविदा पर है। संविदा कर्मी आशा बहू, शिक्षामित्र, आंगनबाड़ी पहले से ही दुखी हैं। उनका मानदेय 8-10 साल से बढ़ा नहीं है, स्थायीकरण भी नहीं हुआ। पेंशन, बीमा अन्य कोई लाभ नहीं है। सांसद वरुण गांधी ने रविवार को अपने दो दिवसीय दौरे के दौरान क्षेत्र के गांव सिमरिया में अग्निवीर योजना पर सवाल उठाते हुए कहा कि अग्निवीर के तहत भर्ती होने वाले युवाओं को निर्धारित समय के बाद नौकरी से बाहर कर दिया जाएगा। गांव में उनको रोजगार नहीं मिलेगा। वह छोटे-छोटे काम करने को मजबूर होंगे। क्या ऐसे में देश और वर्दी का यह अपमान नहीं होगा। देश के युवाओं का मनोबल नहीं गिरेगा। जो लाखों लोग हटाएंगे जाएंगे, उनकी कौन जिम्मेदारी लेगा। इन युवाओं ने हथियार चलाना सीखा, पूरी ट्रेनिंग ली। अब वह गांव में बेरोजगार रहेंगे तो क्या सुखी रहे पाएंगे। देश नारों से नहीं, बल्कि नीतियों से चलता है। सांसद ने कहा कि वह संविदा के रोजगार के खिलाफ नहीं हैं। मगर महंगाई के आधार पर इनका भी मानदेय बढ़ाया जाए। बीमा का लाभ दिया जाए। स्थायीकरण किया जाए। ताकि उनको भी लगे कि अब उनकी भी वैल्यू है। ऋण व्यवस्था पर सवाल उठाते हुए सांसद ने कहा कि पिछले 10 साल में 13 लाख करोड़ के ऋण माफ किए गए हैं। इनमें से अधिकांश ऋण उद्योगपतियों के माफ किए गए। बोले- किसी गरीब का एक पैसा भी माफ नहीं हुआ है। अगर गांव का एक सामान्य आदमी लोन लेता है और वापस नहीं दे पाता तो उसके घर की कुर्की हो जाती है। संपत्ति जब्त कर ली जाती है। उद्योगपतियों के साथ ऐसा नहीं होता। उनका लोन माफ हो जाता है। सांसद ने रविवार को क्षेत्र के गांव सिमरिया, महाराजपुर, रुद्रपुर, जटपुरा, उदैय्यापुर, लाह, गजरौला, बिलहारी, दुधिया खुर्द, धर्मापुर, नौगवा आदि गांव में जनसंवाद किया।