एक नहीं 6 तरह के होते हैं सिरदर्द, जानें इसके प्रकार और मुख्य लक्षण

स्वास्थ्य। सिरदर्द होना मतलब पूरी रूटीन का डिस्टर्ब होना। जिस दिन सिर भारी हो जाए उस दिन कुछ भी अच्छा नहीं लगता। ऐसे में अक्सर कुछ लोग खुद से ही पेन किलर लेकर दर्द का निवारण कर लेते हैं। वहीं, कुछ लोग तेल या बाम लगा कर मालिश करते हैं, लेकिन सिरदर्द किस प्रकार का है, उसके हिसाब से उसका इलाज हो तो बेहतर है। क्योंकि सभी सिरदर्द एक जैसे नहीं होते हैं। कुछ दर्द पूरे सिर में होते हैं, तो कुछ आधे सिर में होते हैं। ऐसे में यह जानना जरूरी है कि आपको किस तरह का सिर दर्द है, ताकि उस दर्द का सही इलाज किया जा सके। आइए जानते हैं सिरदर्द के विभिन्न प्रकार- इसमें साइनस के आसपास दर्द महसूस होगा, आंखों और माथे के आसपास दबाव महसूस होगा। सिर झुकाने पर या मोड़ने पर दर्द बढ़ जाएगा। किसी बात का तनाव लेने पर होने वाले सिरदर्द में पूरा सिर लगातार भारी सा बना रहता है। खास तौर से सामने माथे पर सिर के दोनों तरफ एक लंबे बैंड में एक जैसा बने रहने वाला दर्द होता है। इसमें उल्टी या मितली नहीं आती है।माइग्रेन एक तरह का थ्रॉबिंग दर्द होता है, जिसमें सिर के एक तरफ हल्के धमकते हुए दर्द से शुरुआत होती है और यह धमक बढ़ती जाती है। इसमें उल्टी और मितली जैसे लक्षण भी देखने को मिलते हैं। लाइट देख कर या शोर सुन कर ये दर्द और भी बढ़ जाता है। किसी शारीरिक गतिविधि से भी यह दर्द बढ़ जाता है। यह कुछ घंटों से लेकर कुछ दिन तक रह सकता है। यह दर्द क्लस्टर में होता है, जिसका मतलब है कि अक्सर सिर के एक तरफ क्लस्टर या ग्रुप में असहनीय दर्द होता है। इसके अटैक बिना किसी वार्निंग के अचानक से आते है और तेज चुभने जैसा दर्द लेकर आते हैं। इस दर्द सिर के साथ आंखों के आसपास भी दर्द होता है। स्मोकिंग या एक्सरसाइज से ये दर्द बढ़ता है। टेंपोरोमेंडीबुलर ज्वाइंट (tmj) डिसऑर्डर में सिर के साथ जबड़े के आसपास तेज दर्द होता है। जबड़े या चेहरे पर कसावट, जबड़े का क्लिक करना भी इसके लक्षण हैं। 80% टीएमजे डिसऑर्डर का दर्द किसी अन्य दर्द का नतीजा होता है। यह कम समय के लिए होता है। दांत पीसने पर, चबाने में, बात करने में या जम्हाई लेने में दर्द बढ़ जाता है।नाक, चीकबोन के आसपास, माथे पर और कान के ऊपर होने वाला एक हल्का दर्द जो लगातार बने रहता है, एलर्जी हेडएक हो सकता है। यह पॉलेन एलर्जी या धूल से एलर्जी के कारण हो सकता है।