भाकियू ने गन्ना भुगतान एवं गन्ने के रेट को लेकर हाईवे पर दो घंटे तक लगाया जाम,हंगामा

सालारपुर। भारतीय किसान यूनियन ने प्रदेशव्यापी आह्वान पर बदायू बिसौली मार्ग पर नजदीक सिलहरी बिजली घर के गन्ना क्रय केंद्र के पास सैकड़ों किसानों की उपस्थिति में बकाया गन्ना भुगतान को लेकर गांव सभी किसानों ने दो घंटे तक हाइवे जाम किया ।जहां मौके पहुंचें उच्च अधिकारीयों ने किसानों को समझा बूझकर जाम को खुलवाया और किसानों को समस्या का समाधान का आश्वासन दिया।

मौके पर पहुंचे तहसीलदार एवं एसडीम नायक, एवं एसएचओ कोतवाली सिविल लाइन और चौकी इंचार्ज नवादा सुपेंद्र सिंह मलिक, भारी फोर्स की मात्रा में पहुंचकर जाम को खुलवाया। और किसानों ने सभा को संबोधित करते हुए कहा कि उत्तर प्रदेश सरकार के द्वारा किसानों के गन्ने का भाव तय नहीं करने को लेकर रोड जाम कर दिया। चक्का जाम का संचालन सूरज पाल सिंह जिला सचिव ने किया और अध्यक्षता जिला उपाध्यक्ष हरीश सिंह ने की जिला अध्यक्ष के पी एस राठौर ने कहा कि किसानों के पास इतना काम हैं। फिर भी किसानों ने अपना बकाया गन्ना भुगतान को लेकर और नया सत्र 2023=24में आधा गन्ना मिलो ने ले लिया उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा गन्ने का भाव अभी तक घोषित नहीं किया। जबकि हरियाणा में गन्ने का मूल्य 387रुपया प्रति कुंटल और पंजाब में 391रुपए प्रति कुंटल किया जा चुका है ।जिससे किसानों को भारी नुकसान झेलना पड़ रहा है। वर्ष 2023/2024में गन्ने का भाव 350रुपया प्रति कुंटल था और हरियाणा पंजाब महाराष्ट्र में 380रुपया से लेकर 420रु प्रति कुंटल रहा जबकि उत्तर प्रदेश के किसान पूरे भारत में 1/2गन्ना पैदा करता है। अगर अन्य राज्यो की तरह उत्तर प्रदेश का भाव 380से 420रु प्रति कुंटल होता तो 3400करोड़ रुपया सीधे किसानों के खाते में जाता पिछले वर्ष किसानों द्वारा 110करोड़ कुंटल गन्ना सप्लाय किया। जिससे उत्तर प्रदेश के किसानों को 3400करोड़ रूपये का नुकसान हुआ नया सत्र शुरू हो गया है। उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा गन्ने का भाव तय नहीं किया गया है।

जब कि पड़ोसी राज्यों में किसानों के गन्ने का भाव घोषित हो चुका है। हमारी उत्तर प्रदेश सरकार से मांग है। कि अन्य राज्यो की तरह उत्तर प्रदेश सरकार भी गन्ने का दाम वर्ष 2023/2024के लिय एबिलंब घोषित करे और बकाया गन्ना भुगतान शीघ्र दिलाने का आदेश करे जो मिले भुगतान देने मे देरी कर रही उन मिलो के खिलाफ शीघ्र कार्यबाही करे ।अगर उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा गन्ने का भाव एबिलंब निर्धारित नहीं किया गया। और किसानों का बकाया गन्ना भुगतान शीघ्र नही दिलवाया गया तो किसान आंदोलन करने के लिए बाध्य होंगें। जिसकी पूरी जिम्मेदारी प्रदेश सरकार एवम प्रशासनिक अधिकारियों की होगी निम्न पदाधिकारी ने अपना सहयोग दिया। इस मौके पर किसान प्रताप सिंह, हरीश सिंह, हरबंस पटेल, कमल गुप्ता, दारिकी सिंह, सूरज पाल सिंह, राज पाल सिंह, सत्यपाल यादव, अशोक कुमार, सूर्या प्रताप यादव एडवोकेट, मुनेंद्र पटेल, आदि किसान उपस्थित रहें।