ज्यादा समय तक लैपटॉप पर काम बना सकता है ट्रिगर फिंगर का शिकार, जानें कैसे करें इससे बचाव

स्वास्थ्य। फोन, कंप्युटर, टैबलेट जैसे गेजेट्स हमारी लाइफ का एक बेहद जरूरी हिस्सा बन गए हैं। दिनभर हमारी उंगलियां फोन की स्क्रीन या की बोर्ड पर नाचती रहती हैं, जिससे उंगलियां एक ही तरीके से कई देर तक मुड़ी रह जाती हैं। इस कारण से आपकी उंगलियों के साथ एक समस्या हो सकती है, जिसे ट्रिगर फिंगर कहते हैं। इस डिसऑर्डर के कारण उंगलियों को मोड़ने और सीधा करने में तकलीफ होती है। आइए जानते हैं क्या है ट्रिगर फिंगर, इसके रिस्क फैक्टर क्या हैं और कैसे इसे मैनेज कर सकते हैं। ट्रिगर फिंगर उस डिसऑर्डर को कहा जाता है, जिसमें आपकी उंगलियां एक मुड़ी हुई पोजिशन में अटक जाती हैं। इससे उंगलियों को हिलाने में या सीधी करने में तकलीफ होती है। एक ही पोजिशन में रहने की वजह से उंगलियां सीधी करते समय कटकने की आवाज भी आती है। इस कंडिशन में उंगलियों के टेंडन में सूजन आ जाती है, जिस कारण से उन्हें सीधा करने में काफी दर्द होता है। यह डिस्ऑर्डर एक या एक से अधिक उंगलियों के साथ हो सकती है। यह समस्या पुरुषों की तुलना में महिलाओं में अधिक होती है। लगातार एक ही मूवमेंट के कारण, उंगलियों के टेंडन सूज जाते हैं और ठीक से ग्लाइड नहीं हो पाते। उंगली को लगातार एक ही पोजीशन में रखने की वजह से यह कंडिशन होती है। कई बार इस समस्या को और दर्दनाक बनाने के लिए टेंडन में गांठ भी बन जाती है, जिससे उंगलियों को सीधा करने में और भी तकलीफ होती है। ज्यादातर यह रिंग फिंगर में या अंगूठे में होता है, लेकिन यह अन्य उंगलियों में भी हो सकता है। उंगली मोड़ते या सीधी करते समय कटकने की आवाज आना। प्रभावित उंगली के पास लंप बनना या सूजन होना। चीजों को पकड़ने में तकलीफ होना। उंगली सीधी न कर पाना। अक्सर सुबह के समय उंगली में अकड़न होना। फार्मिंग, गार्डनिंग या ज्यादा देर तक कंप्युटर पर काम करना पियानो जैसे म्युजिकल इंस्ट्रुमेंट बजाना डायबिटीज थायरॉइड गाउट आर्थराइटिसबढ़ती उम्र कार्पल टनल सिंड्रोम की सर्जरी टेनिस, बैडमिंटन जैसे खेलों को अधिक देर तक खेलना ट्रिगर फिंगर खुद से ठीक नहीं होता, बल्कि आपको प्रोफेशनल हेल्प की जरूरत होती है। इसलिए अगर आपको अपनी किसी भी उंगली में अकड़न या मोड़ने और सीधा करने में तकलीफ हो, तो तुरंत अपने डॉक्टर से संपर्क करें। इसके अलावा, आप कुछ बातों का ध्यान रख, इसे मैनेज जरूर कर सकते हैं। इससे आपकी उंगलियों की अकड़न कम होगी और मूवमेंट के कारण आपके हाथ और उंगलियों की मांसपेशियां मजबूत होगी। हालांकि, जरूरत से ज्यादा एक्सरसाइज न करें। काम करते समय बहुत देर तक अपनी उंगलियों को एक ही पोजीशन में न रखें। बीच-बीच में इन्हें स्ट्रेच करते रहें। जिस उंगली के साथ यह कंडिशन है उससे ज्यादा काम न लें। ज्यादा काम करने से उंगलियों का दर्द बढ़ सकता है और स्थिति और गंभीर हो सकती है। जिन भी चीजों को पकड़ने की जरूरत होती है, उस पर नरम प्रोटेक्टिव कवरिंग लगा सकते हैं, जिससे उंगलियों पर कम जोर पड़ेगा और सूजन भी कम हो सकती है।