एपीएस इंटरनेशनल स्कूल में विद्यार्थियों के समक्ष किया गया तीरंदाजी का प्रदर्शन
उझानी। ए0पी0एस0 इंटरनेशनल स्कूल के विद्यार्थियों के समक्ष तीरंदाजी का प्रदर्शन किया गया। यह कार्यक्रम ’बरेली तीरंदाजी संद्य द्वारा आयोजित किया गया था। इसके प्रमुख विश्वास शर्मा जी थे। आपने 20.25 अंतर्राष्ट्रीय प्रतियोगिताओं मे ं सहभागिता की है तथा कई राष्ट्रीय कीर्तिमान स्थापित किए है। एशियाड गेम 2006 में प्रथम बार भारतीय टीम मे तथा 2018 में टीम ने छठा रैंक प्राप्त किया। 2003 में एशियन चैम्पियन शिप में भारतीय टीम ने प्रथम पदक प्राप्त किया। उत्तर प्रदेश सरकार का सर्वोच्च पुरस्कार 2011 में प्राप्त किया। वर्तमान में आप उत्तर प्रदेश सरकार के तीरंदाजी कोच के रूप में सेवाएं दे रहे हैं आपने आर्मी के सूबेदार के पद पर 22 वर्ष सेवाएं दी है। आपके साथ आए सभी तीरंदाजी (राद्यवेन्द्र, भानु, गजेन्द्र, दीपांशी) ने विद्यार्थियों के समक्ष तीरंदाजी का प्रर्दशन किया। ये सभी तीरंदाजी एम0पी0जे0 रोहिलखण्ड यूनिवार्सिटी की प्रतियोगिता में भाग ले चुके है।

तथा राष्ट्रीय खिलाड़ी हैं इसमे ं तीन प्रकार के धनुष होते है।-कपाउंड, रिकर्व तथा रांउड। सभी तीरंदाजो ं ने तीनों प्रकार के धनुषों से तीरंदाजी का प्रदर्शन विद्यार्थियों के समक्ष किया। इनकी रेंज तथा अन्य बारीकियों से भी विद्यार्थियों को परिचित कराया। आपने टारगेट 50 मी0 तथा 70 मी0 दोनों का प्रदर्शन विद्यार्थियों को दिखाया। यह पहला अवसर था जब विद्यार्थियों ने तीरंदाजी का प्रदर्शन विद्यालय में देखा। तीरंदाजी की एक खास बात यह है कि दिव्यांगजन भी इसमें भाग ले सकते है। कार्यक्रम प्रमुख ने बच्चों को शीतला देवी के बारे में बताया कि दोनों हाथ न होने पर भी वह दुनिया की नम्बर वन तीरंदाज है। आपने अंतरराष्ट्रीय स्वर्ण पदक के साथ-साथ कई अंतरराष्ट्रीय पुरस्कार भी जीते है। इस प्रदर्शन का आयोजन विद्यार्थियों में तीरंदाजी के प्रति जागरूकता उत्पन्न करना था तथा उसकी बारीकियों से अवगत कराया था। शर्मा ने बताया कि स्कूल स्तर से तीरंदाजी के प्रति रुचि उत्पन्न करके ही, उन्हें अच्छा तीरंदाज बनाया जा सकता है।

इस प्रदर्शन को विद्यालय की चेयरपर्सन पूनम अग्रवाल, निदेशक नीलांशु अग्रवाल, प्रधानाचार्य रविन्द्र भट्ट, उपप्रधानाचार्या मीनाक्षी शर्मा, शैक्षणिक प्रमुख वाइे0 के0 सिंह तथा खेल प्रशिक्षक व अध्यापक, अध्यापिकाओं के साथ-साथ सभी विद्यार्थियों ने सराहा। विद्यालय की चेयरपर्सन तथा प्रधानाचार्य ने भी तीरंदाजी का अभ्यास किया। विद्यालय प्रबंध तंत्र व प्रधानाचार्य का यह भरसक प्रयास रहा है कि विद्यार्थियों को खेलों के प्रति जागरूक बनाया जाए। इसी का परिणाम है विद्यार्थियों ने अनेक खेल-कूद प्रतियोगिताओं में अपना परचम लहराया है। कार्यक्रमें विवेक कुमार सिंह तथा सुनील गोयल का सहयोग रहा।




















































































