बरेली। संस्कृति विभाग भारत सरकार एवं अखिल भारतीय साहित्य परिषद ब्रजप्रान्त के तत्वावधान में 105 दिवसीय श्रृंखला का समापन समारोह शनिवार में प्रान्त के चालीस से भी ज्यादा स्वतंत्रता संग्राम सेनानी क्रांतिकारियों के परिवार जनों सहित प्रमुख क्रांतिकारी अमर शहीद ठाकुर रोशन सिंह के प्रपौत्र शरद रोशन सिंह को शाल और स्मृति चिन्ह देकर कार्यक्रम के मुख्य अतिथि वनमंत्री डा. अरुण कुमार, डॉ. उमेश गौतम, मुख्य वक्ता संजय मिश्र हर्ष, अतिविशिष्ट अतिथि पवन पुत्र बादल, डा, विनोद पागरानी और महेन्द्र सिंह बासु की उपस्थिति में सम्मानित किया गया। शनिवार को आई. एम. ए. हाल में हुए कार्यक्रम में निबन्ध और भाषण प्रतियोगिता के 300 छात्र-छात्राओं को सुरेश बाबू मिश्रा, शशिवाला राठी, एस पी मौर्य, आनंद गौतम, निर्भय सक्सेना, प्रवीण शर्मा, सुरेंद्र बीनू सिन्हा, प्रकाश चंद्र, आदि ने प्रमाण-पत्र और स्मृति चिन्ह देकर पुरस्कृत किया गया। 40 साहित्यकारों को उनकी साहित्य सेवा एवम लोकतंत्र सेनानी वीरेंद्र अटल, विनोद गुप्ता, रमेश गुप्ता आदि को उनकी अनुकरणीय सेवाओं के लिये सम्मानित किया गया। समारोह का प्रारंभ अतिथियों द्वारा दीप प्रज्ज्वलन से किया गया। सरस्वती वंदना मधु वर्मा ने की। सभी अतिथियों और आगन्तुकों का स्वागत ब्रज प्रान्त के संरक्षक प्रो.एन. एल.शर्मा ने किया। ब्रज प्रान्त के अध्यक्ष सुरेश बाबू मिश्रा ने 105 दिन चली क्रान्ति तीर्थ श्रृंखला के बारे में विस्तार से बताया। क्रान्तितीर्थ श्रृंखला पर आधारित पत्रिका का अतिथियों द्वारा विमोचन किया गया।दूसरे सत्र में गीतांजलि कार्यक्रम में देशभक्ति के गीतों की जोरदार प्रस्तुति प्रकाश चंद्र सक्सेना, अरुणा सिन्हा, जितेन्द्र सक्सेना, शकुन सक्सेना, मुकेश सक्सेना, मधु वर्मा, अजय चौहान, निधि मिश्रा ने की। संचालन सुरेन्द्र बीनू सिन्हा एवं स्वाति गुप्ता ने किया। खासतौर से मौजूद लोगों में निर्भय सक्सेना, ब्रिजेश शर्मा, हर्ष अग्रवाल, शचीन्द्र सक्सेना, राजीव अस्थाना, प्रवीण शर्मा, आनंद गौतम सहित अनेक लोग मौजूद रहे। निर्भय सक्सेना