उझानी। कोतवाली क्षेत्र के गांव में बुखार अपने पैर पसार चुका है । जिससे गांव में कई मौतें हो चुकी हैं। आज एक छात्र की बदायूं निजी चिकित्सक के यहां डेंगू से मौत हो गई । परिजनों ने अस्पताल स्टाफ पर लापरवाही का आरोप लगाया है। शनिवार की सुबह थाना उझानी क्षेत्र के अब्दुल्लागंज के रहने वाले कृष्ण मुरारी के 14 वर्षीय पुत्र दिव्यांश को तेज बुखार आया तो उन्होंने शुक्रवार शाम को उझानी में एक निजी चिकित्सक के यहां उसे भर्ती कराया था जहां पर दिव्यांश को डेंगू पॉजिटिव आया था उसकी हालत खराब होने पर डॉक्टर ने बदायूं ले जाने की सलाह दी तो परिजन रात में बदायूं के नर्सिंग होम पर छात्र दिव्यांश को लेकर गए जहां उसका इलाज किया गया लेकिन रात में उसका इलाज स्टाफ द्वारा ठीक प्रकार से नहीं किया गया । वहीं परिजनों का कहना है कि डॉक्टर तो देखने आये थे लेकिन परिजन स्टाफ की लापरवाही बता रहे हैं। वहीं परिजनों का कहना है कि वहां ब्लड बैंक भी है जहां प्लाज्मा चढ़ाने के लिए कहा गया था लेकिन वह भी नहीं चढ़ाया गया। शनिवार को डेंगू की बीमारी के चलते दिव्यांश की मौत हो गई। दिव्यांश के मौत होते ही परिजन आग बबूला हो गए और जौहरी नर्सिंग होम में हंगामा कर दिया। वहीं सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर आ गई। वहीं परिजनों का कहना है कि इस मामले में वह थाने में शिकायत करेंगे और आगे कार्रवाई करेंगे। डॉक्टर ने बताया कि डेंगू की बीमारी के चलते एक किशोर की मौत हो गई है वह उनके नर्सिंग होम में गंभीर हालत में आया था। वही परिजनों और डॉक्टर के बीच समझौते की बात चल रही है। दिव्यांश गांव के ही स्कूल में कक्षा 6 का छात्र था । यहां बताते चलें अब्दुल्लागंज गांव में गुरुवार 26 सितम्बर की सुबह गांव के सूरजपाल की 20 वर्षीय बेटी रश्मि की भी डेंगू से गांव में उपचार के दौरान मौत हो चुकी है। ग्रामीणों ने बताया कि गांव में बुखार अपने पैर पसार चुका है। गांव के हर घर में एक दो बुखार के मरीज हैं। गांव में हो रही लगातार मौतों से ग्रामीणों में सनसनी फैली हुई है ।