मिर्जापुर में लेखपाल ने ट्रेन से कटकर दी जान

मिर्जापुर। सराय टेकौर निवासी लेखपाल ने शनिवार को ट्रेन से कटकर जान दे दी। शव मिलने की सूचना पर पहुंची बहन ने शिनाख्त की। आत्महत्या करने से पहले उसने सुसाइड नोट अपने भाई व अन्य लोगों को व्हाट्सएप पर भेजा। इसमें उसने अपने बड़े भाई को मां का ख्याल रखने की बात के साथ ही खुदकुशी का कारण भी लिखा। सराय टेकौर निवासी लेखपाल प्रवीण कुमार सेठ उर्फ सनी (35) पुत्र प्रकाश सेठ शनिवार सुबह अपनी मां कनकलता से यह कहकर घर से निकला कि टहल कर आ रहा हूं। निकलते समय उसने कुंडी में बाहर से ताला लगा दिया। इस बीच जीआरपी को सूचना मिली कि पूर्वी यार्ड के पास एक क्षत-विक्षत शव रेल लाइन पर पड़ा है। सूचना पर राजकीय रेलवे पुलिस व रेलवे सुरक्षा बल के उप निरीक्षक मौके पर पहुंचे। शव को रेल लाइन से किनारे हटवाया। उधर, रेल लाइन पर किसी युवक के शव मिलने की चर्चा क्षेत्र में फैली तो प्रवीण की बहन ज्योति भी मौके पर पहुंचीं। उन्होंने शव की पहचान अपने भाई प्रवीण सेठ उर्फ सनी के रूप में की। इसके बाद पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। प्रवीण अविवाहित था। मृतक आश्रित कोटे से आठ वर्ष पूर्व लेखपाल पद पर चुनार तहसील में तैनाती मिली थी। वर्तमान में वह मड़िहान तहसील में तैनात था। घटना की जानकारी मिलते ही बड़े भाई चेन्नई से घर के लिए रवाना हो गए। इधर, मां समेत अन्य परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है। कोतवाल त्रिवेणी लाल सेन ने बताया कि प्रवीण की मां की तहरीर पर बुआ मीना, बुआ के पुत्र अभिषेक, घाटमपुर स्थित एक बैंक के मैनेजर योगेश मिश्रा व शीतला प्रसाद यादव समेत चार लोगों के खिलाफ आत्महत्या के लिए उकसाने का मुकदमा दर्ज कर आरोपियों की तलाश की जा रही है। लेखपाल प्रवीण कुमार सेठ ने अपने बड़े भाई व अन्य लोगों को व्हाट्सएप पर भेजे गए सुसाइड नोट में अपने को चोर नहीं होने के साथ ही बुआ का पैसा नहीं लेने की बात लिखी है। प्रवीण ने लिखा है कि 21 लाख रुपये का चेक उसने खुद दिया था। पूरा पैसा मैं निकालकर दे चुका हूं, लेकिन मीना बुआ व उनका पुत्र अभिषेक, घाटमपुर स्थित बैंक के मैनेजर योगेश मिश्रा और वकील शीतला यादव उसे फंसा रहे हैं। नए-नए नंबर से फोन कर उसे धमका रहे हैं कि मैंने पैसा नहीं दिया तो पुलिस केस में फंसा देंगे। मैंने कोई चोरी नहीं की है, लेकिन ये सभी लोग मुझे इतना बदनाम कर चुके हैं, इतना टार्चर किए हैं कि मैं अब मजबूरी में सब छोड़कर बहुत दूर जा रहा हूं। मम्मी का ख्याल रखना। हो सके तो मुझे माफ कर देना, लेकिन मैंने कोई चोरी नहीं की है।