जनपद के तीन लाख किसानों के खाते में पहुंची 14वीं किश्त
बदायूँ। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राजस्थान के सीकर जिले में 14वीं किस्त के पैसों को जारी कर दिया है। इस दौरान उन्होंने देश के 8.5 करोड़ से ज्यादा किसानों के खाते में 17 हजार करोड़ रुपये की धनराशि डीबीटी के माध्यम से हस्तांतरित किया है। जनपद बदायूँ का सजीव प्रसारण गुरुवार को कृष्णा लाॅन में दिखाया गया। प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि की तीन लाख किसानों के खाते में 14वीं किश्त पहुंची। जनपद के 161 पीएम किसान समृद्धि केंद्र को राष्ट्र को समर्पित किए गए। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि क्षेत्रीय अध्यक्ष भाजपा दुर्विजय सिंह शाक्य, विशिष्ट अतिथि जिलाध्यक्ष राजीव कुमार गुप्ता, विशिष्ट अतिथि सदर विधायक महेश चन्द्र गुप्ता, विशिष्ट अतिथि अध्यक्ष जिला पंचायत वर्षा यादव, जिलाधिकारी मनोज कुमार सिंह, मुख्य विकास अधिकारी केशव कुमार, जिला कृषि अधिकारी डी०के० सिंह सहित जनप्रतिनिधियों व अधिकारियों ने कार्यक्रम को देखा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राजस्थान के सीकर में तमाम विकास परियोजनाओं का शिलान्यास किया। इस बीच पीएम ने 1.25 लाख से अधिक पीएम किसान समृद्धि केंद्रों को राष्ट्र को समर्पित किया, सल्फर से लेपित यूरिया की एक नई किस्म यूरिया गोल्ड लॉन्च किया, ओपन नेटवर्क फॉर डिजिटल कॉमर्स (ओएनडीसी) पर 1600 किसान उत्पादक संगठनों (एफपीओ) को शामिल किया। इसके अलावा पीएम ने 8.5 करोड़ लाभार्थियों को प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि (पीएम-किसान) के तहत लगभग 17,500 करोड़ रुपये की 14वीं किस्त जारी की।
इसके अलावा चित्तौड़गढ़, धौलपुर, सिरोही, सीकर और श्रीगंगानगर में 5 नए मेडिकल कॉलेजों का उद्घाटन किया, 7 मेडिकल कॉलेजों की आधारशिला रखी। सभा को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि खाटूश्याम जी की यह धरती देश में श्रद्धालुओं को उम्मीद देती है। शेखावाटी वीरों की भूमि है। मैं खाटू श्याम जी की धरती से देश भर के किसानों और वीरों की भूमि राजस्थान की जनता को नमन करता हूं। देश में सवा लाख से ज्यादा पीएम किसान समृद्धि केंद्रों के लोकार्पण की बात करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि इससे गांव और ब्लॉक स्तर के करोड़ों किसानों को सीधा फायदा होगा। उन्होंने ओपन नेटवर्क फॉर डिजिटल कॉमर्स (ओएनडीसी) पर किसान उत्पादक संगठनों (एफपीओ) की भागीदारी का जिक्र करते हुए कहा कि इससे किसानों के लिए देश के किसी भी हिस्से से अपनी उपज को बाजार तक ले जाना आसान हो जाएगा। इस बीच उन्होंने यूरिया गोल्ड, नए मेडिकल कॉलेजों और एकलव्य मॉडल स्कूलों के शुभारंभ का भी जिक्र किया और आज की विकास परियोजनाओं के लिए भारत के लोगों के साथ-साथ करोड़ों किसानों को भी बधाई दी। प्रधानमंत्री ने कहा कि हमारी सरकार किसानों के दर्द और जरूरतों को समझती है। प्रधानमंत्री ने बताया कि कैसे, पिछले 9 वर्षों में बीज से बाजार तक नई प्रणालियां बनाई गई हैं। पीएम ने कहा कि 1.25 पीएम किसान समृद्धि केंद्र (पीएमकेएसके) किसानों की समृद्धि का मार्ग प्रशस्त करेंगे। इन केंद्रों को किसानों की जरूरतों के लिए वन-स्टॉप शॉप के रूप में विकसित किया जा रहा है। ये केंद्र किसानों को कृषि संबंधी मुद्दों पर उन्नत आधुनिक जानकारी भी प्रदान करेंगे और ये केंद्र सरकार की कृषि योजनाओं के बारे में भी समय पर जानकारी देंगे। इस बीच पीएम ने बताया कि वर्ष के अंत तक अतिरिक्त 1.75 लाख पीएम किसान समृद्धि केंद्र (पीएमकेएसके) स्थापित किए जाएंगे। प्रधानमंत्री ने कहा कि वर्तमान सरकार किसानों के खर्चों को कम करने और जरूरत के समय उनका समर्थन करने के लिए पूरी गंभीरता से काम कर रही है.पीएम किसान सम्मान निधि दुनिया की सबसे बड़ी योजना है जिसमें सीधे किसानों के बैंक खाते में धनराशि ट्रांसफर की जाती है. उन्होंने बताया कि आज की 14वीं किस्त को मिला लें तो अब तक 2 लाख 60 हजार करोड़ रुपये से ज्यादा सीधे किसानों के बैंक खातों में ट्रांसफर किए जा चुके हैं, जिससे किसानों को विभिन्न खर्चों को कवर करने में फायदा हुआ है।
उन्होंने कहा कि देश में यूरिया की कीमत सरकार द्वारा किसानों का खर्च बचाने का उदाहरण है। कोरोनोवायरस महामारी और रूस-यूक्रेन युद्ध का जिक्र करते हुए पीएम ने कहा कि इसके कारण उर्वरक क्षेत्र में भारी व्यवधान आया, लेकिन मौजूदा सरकार ने देश के किसानों पर इसका प्रभाव नहीं पड़ने दिया. उर्वरकों की कीमतों के बारे में बोलते हुए प्रधानमंत्री ने बताया कि जिस यूरिया की बोरी की कीमत भारत में 266 रुपये है, उसकी कीमत पाकिस्तान में लगभग 800 रुपये, बांग्लादेश में लगभग 720 रुपये, चीन में लगभग 2100 रुपये और अमेरिका में लगभग 3000 रुपये है। सरकार हमारे किसानों को यूरिया की कीमतों से परेशान नहीं होने देगी. भारत में जब कोई किसान यूरिया खरीदने जाता है, तो उसे विश्वास होता है कि यह मोदी की गारंटी है। इस मौके पर डीसीबी चेयरमैन जेके सक्सेना, पूर्व चेयरमैन दीपमाला गोयल, शारदेन्दु पाठक, एमपी सिंह राजपूत, शैलेन्द्र मोहन शर्मा, सोवरन राजपूत, शलभ गुप्ता, तीर्थेन्द्र पटेल, जितेन्द्र साहू, विश्वजीत गुप्ता, पारस गुप्ता, आशीष शाक्य, गोपाल शर्मा, जितेन्द्र सोनकर, मुकेश यादव, अनुभव उपाध्याय सहित तमाम किसान उपस्थित रहे।