बदायूं । जिला बचत अधिकारी का पद काफी समय से रिक्त पड़ा है । नगर मजिस्ट्रेट प्रभारी अधिकारी के बतौर जिला बचत अधिकारी का कार्य देख रहे हैं ।जो अपने अन्य प्रशासनिक मूल पद के कार्य में व्यस्त रहने के कारण बचत कार्यालय के आवश्यक कार्य भी नहीं देख पा रहे। केंद्रीय सरकार की योजना के तहत डाकघर में बचत कार्य के लिए नियुक्त एजेंट जो आर/ डी एन एस सी, किसान बचत पत्र आदि का काम करते हैं उनके लाइसेंस रिनुअल समय से नहीं हो पा रहे हैं ।जिससे एजेंट्स को भारी असुविधा के साथ आर्थिक क्षति हो रही है। कारण यह है कि उनके नवीनीकरण नहीं होने के कारण उनके जमा कर्ताओं का पैसा समय से प्रतिमाह जमा न होने से जो पेनल्टी लगती है । वह एजेंट को अपनी जेब से भुगतनी पड़ती है और रिन्यूएबल न होने तक एजेंट के द्वारा धनराशि जमा करने पर प्रतिबंध रहता है । कई एजेंट जो कड़ी मेहनत मशक्कत करके लोगों को बचत हेतु प्रेरित करके सरकार की बचत योजना में सहयोग करते हैं और कड़ी मेहनत कर बमुश्किल अपनी आजीवका चलाते हैं उनके लाइसेंस नियत समय तक रिनुअल ना होने के कारण उनके कार्य पर रोक लगी रहती है। जिसका खामियाजा मेहनतकश एजेंट्स को भुगतना पड़ता है। जिला बचत अधिकारी का पद रिक्त होने के कारण स्टाफ भी अक्सर कार्यालय से नदारद रहता है ।अगर प्रभारी अधिकारी सप्ताह में 2 दिन ही कुछ समय के लिए जिला बचत कार्यालय में मौजूद रहे तो रोजमर्रा के आवश्यक कार्य आसानी से निपट सकते हैं तथा एजेंट्स को भी भारी परेशानी का सामना नहीं करना पड़े और कार्यालय का स्टाफ भी सक्रिय रहेगा । वैसे तो जिला बचत अधिकारी जैसे जिम्मेदारी वाले पद प्रशासन को तुरंत नियुक्ति कर देना चाहिए ताकि राष्ट्रीय बचत योजना सुचारू रूप से चलती रहे।