‘एग फ्रीजिंग’ से मिल रही है महिलाओं को जिंदगी
एज फ्रीजिंग का चलन पिछले कुछ समय में काफी लोकप्रिय हो गया है। ऐसा इसलिए क्योंकि महिलाएं मां बनने से पहले अपनी व्यक्तिगत महत्वाकांक्षाओं और लक्ष्यों को ज्यादा महत्व दे रही हैं। अंडों की फ्रीज़िंग को चिकित्सा की भाषा में ओसाइट क्रायोप्रिजर्वेशन भी कहते हैं। यह एक मेडिकल प्रक्रिया है, जिसमें महिलाओं के अंडों को निकालकर भविष्य के लिए फ्रीज़ करके रख दिया जाता है। बिरला फर्टिलिटी एंड आई. वी. एफ. में कंसल्टेंट, डॉ. श्रेया गुप्ता ने बताया कि एग फ्रीजिंग की प्रक्रिया में पहले एक महिला के ओवरीज़ को हार्मोन देकर कई परिपक्व अंडे बनाने के लिए उत्तेजित किया जाता है, फिर छोटी-सी सर्जिकल प्रक्रिया से अंडों को निकाला जाता है। इसके बाद इन्हें फ्रीज़ करने के लिए लैब में स्टोर किया जाता है, ताकि जब महिला गर्भ धारण करने के लिए तैयार हो, तो अंडों को भविष्य में उपयोग किया जा सके। प्राइमस सुपरस्पेशलिटी हॉस्पिटल की गायनेकोलॉजिस्ट & ऑब्सटेट्रीशियन कंसलटेंट, डॉ. रश्मि बालियान ने कहा कि महिलाएं अपने अंडों को फ्रीज इसलिए कराती हैं ताकि करियर और लाइफस्टाइल की जरूरतों को पूरा करते समय उनकी फर्टिलिटी यानी प्रजनन क्षमता सुरक्षित रहे। यह उन महिलाओं के लिए एक अच्छा विकल्प होता है, जो उम्र के बाद की स्टेज में परिवार शुरू करना चाहती हैं। एग फ्रीजिंग उन्हें अपनी प्रजनन क्षमता बनाए रखते हुए भविष्य मे मां बनने का सुख देता है। डॉ. श्रेया गुप्ता ने कहा, ” एग फ्रीजिंग उन महिलाओं के भी काम आती है, जिनकी किसी बीमारी की वजह से फर्टिलिटी पर असर पड़ हो, जैसे कि कैंसर। बीमारी के इलाज के बाद स्वस्थ होने पर मां बनना चाहती हैं, तो वह भी अपनी फर्टिलिटी को इस तरीके से भविष्य के लिए सुरक्षित कर सकती हैं। डॉ. गुप्ता ने इसके बारे में जरूरी जानकारी देते हुए बताया कि वैसे तो यह फर्टिलिटी को संरक्षित करने का एक सुरक्षित और प्रभावशाली तरीका है, लेकिन फिर भी एग फ्रीज़िंग इस बात की गारंटी नहीं है, कि भविष्य में महिला को गर्भधारण हो ही जाएगा। ऐसा इसलिए क्योंकि गर्भ का धारण करना अनेक चीजों पर निर्भर करता है, जिसमें उसकी उम्र और प्राप्त किए गए अंडों की गुणवत्ता, दोनों शामिल हैं। इन चुनौतियों के बाद भी कई महिलाएं अपनी फर्टिलिटी को अपने नियंत्रण में लेने और भविष्य के लिए अपने विकल्प सुरक्षित रखने के लिए एग फ्रीज़िंग कराना पसंद करती हैं। मदर्स डे के अवसर पर अपने प्रजनन स्वास्थ्य और परिवार नियोजन के मामले में महिलाओं द्वारा चुने गए विकल्प को सम्मान दिया जाना जरूरी है। अंडों की फ्रीज़िंग आज महिलाओं को उपलब्ध अनेक सुविधाओं में से एक है, और यह निर्णय केवल महिला को लेना होता है कि वह अंडों की फ्रीज़िंग कराना चाहती है या नहीं। डॉ. रश्मि बालियान बताती हैं कि एग फ्रीजिंग ट्रेंड के बढ़ने का एक अन्य कारण टेक्नोलॉजी और सक्सेस रेट (सफलता दर) में हुई प्रगति है। हालांकि, यह समझना महत्वपूर्ण है कि जहां एग फ्रीजिंग के कई फायदे हैं, तो इसमें कुछ संभावित कमियां भी हैं। एग फ्रीजिंग में सबसे बड़ी चिन्ता खर्चे की होती है, क्योंकि इसमें बहुत पैसा लगता है। एक अन्य चिंता महिलाओं के शारीरिक और भावनात्मक स्वास्थ्य पर अंडे को जमने की प्रक्रिया का साइड इफेक्ट्स भी हैं। इसलिए एग फ्रीजिंग की प्रक्रिया चुनने से पहले डॉक्टर से कंसल्ट करने और प्रक्रिया के लाभ और हानि को समझने की सलाह दी जाती है।