कानपुर। आठ महीने बाद कोरोना संक्रमित एक रोगी की मौत हो गई। उसका इलाज आर्यनगर स्थित एक निजी अस्पताल में चल रहा था। उसके गुर्दे फेल हो गए थे और डायलिसिस चल रही थी। जांच कराने पर कोरोना की पुष्टि हुई। इस साल कोरोना से यह पहली मौत है। पिछले साल 22 अगस्त को बाबूपुरवा के रहने वाले टाइप वन डायबिटीज रोगी की कोरोना से मौत हुई थी। इसके साथ ही कोरोना के 19 नए संक्रमित मिले हैं। इनमें कुछ रोगी लखनऊ और चित्रकूट से लौटे थे। एक महिला संक्रमित जम्मू से दर्शन करके लौटी थी। सभी संक्रमितों को होम आइसोलेशन में रखा गया है। चंदारी के रहने वाले 55 वर्षीय रोगी को डायलिसिस के लिए शुक्रवार को आर्यनगर के निजी अस्पताल में भर्ती किया गया। इस दौरान उसकी जांच कराई गई। शनिवार को रिपोर्ट पॉजिटिव आई। रोगी को अस्पताल के होल्डिंग एरिया में रखा गया था। रिपोर्ट आने के बाद उसे हैलट में शिफ्ट करने की तैयारी की जा रही थी, इसके पहले ही कार्डियक अरेस्ट हो गया और मौत हो गई। सीएमओ डॉ. आलोक रंजन ने बताया कि रोगी का सीरम क्रेटेनिक सात रहा है। कोविड पोर्टल पर रोगी की मौत अपडेट कर दी गई। तपिश बढ़ने के साथ ही कोरोना संक्रमण का फैलाव तेज कानपुर। तपिश बढ़ने के साथ ही कोरोना संक्रमण का फैलाव तेज हो गया है। 24 मार्च से अब तक 72 पुरुष और महिलाएं कोरोना से संक्रमित हुए हैं। इस समय कोरोना के 57 एक्टिव केस हैं। बाकी संक्रमित होम आइसोलेशन में इलाज के बाद संक्रमण मुक्त हो गए हैं। हैलट के कोविड अस्पताल में सिर्फ एक रोगी भर्ती हुई है। इसके अलावा तीन रोगी नोएडा, दिल्ली और लखनऊ के अस्पताल में कैंसर, हृदय रोग का इलाज करा रहे हैं। अन्य संक्रमितों को होम आइसोलेशन में रखा गया है। रैपिड रिस्पांस टीमें रोगियों की मॉनीटरिंग कर रही हैं। सीएमओ डॉ. रंजन का कहना है कि शहरियों से कोविड प्रोटोकॉल का पालन करने की अपील की जा रही है।