पुलिस से परेशान ड्राइवर ने सहसवान कोतवाली में किया आत्मदाह का प्रयास
सहसवान । एक माह से थाना कोतवाली पुलिस द्धारा लगातार प्रताड़ित किए जाने से परेशान ड्राइवर ने कोतवाली के मुख्य द्धार के सामने अपने ऊपर मिट्टी का तेल छिड़ककर आग लगाकर आत्महत्या करने का प्रयास किया। परिजनों ने कोतवाली के क्राइम ब्रांच प्रभारी निरीक्षक पर गंभीर आरोप लगाए हे।
पीड़ित को तत्काल सीएचसी सहसवान ले जाया गया जहां गंभीर हालत होने पर राजकीय मेडिकल कॉलेज रेफर कर दिया। पीड़ित के परिजनों ने एंबुलेंस वाहन को रोककर नाराजगी प्रकट की तथा दोषी पुलिस कर्मियों के विरुद्ध कार्रवाई किए जाने की मांग की ।घटना से परिजनों में हाहाकार मचा हुआ हैI
ज्ञात रहे पीड़ित के परिजनों ने थाना कोतवाली में 10 जनवरी को ग्राम के ही आधा दर्जन लोगों के विरुद्ध बकरी हत्या करने की नामजद रिपोर्ट दर्ज कराई थी। परंतु पुलिस ने नामजद रिपोर्ट में राजनीतिक हस्तक्षेप के चलते फाइनल रिपोर्ट लगाकर मामले को समाप्त कर दिया। वही उपरोक्त मामले के नामजद अभियुक्तों ने कुछ दिन बाद पीड़ित परिजनों के एक विवाहिता महिला सहित आधा दर्जन लोगों के विरुद्ध धारा 326 इत्यादि में नामजद रिपोर्ट दर्ज करा दी। पुलिस उपरोक्त अपराध पंजीकृत होने के उपरांत पीड़ित परिजनों पर मुकदमे में फैसला कराने के लिए दबाव बना रही थी।
आरोप है कि क्राइम ब्रांच इंस्पेक्टर ने पीड़ित परिजनों के कई लोगों को बुलाकर मारपीट की।
पीड़ित के भाई अजीतपाल उर्फ नेकसू ग्राम केसों की मड़ैया थाना कोतवाली सहसवान ने जानकारी देते हुए बताया की थाना कोतवाली पुलिस की क्राइम ब्रांच इंस्पेक्टर ने मेरे भाई 35 वर्षीय श्रीपाल को मोबाइल से कॉल करके कोतवाली बुलाया तथा कहा कि उपरोक्त मामले में महेश विक्रम पृथ्वीराज जोगिंदर आदि से अपना फैसला कर ले अन्यथा अंजाम भुगतने को तैयार रहें आरोप है क्राइम ब्रांच इंस्पेक्टर ने उपरोक्त श्रीपाल से छोड़ने के बदले रुपए की मांग की जिस पर श्रीपाल ने इंकार कर दिया।
युवक ने आत्मदाह का प्रयास किया। मामले की जानकारी मिलने पर काफी तादाद में परिजन एवं ग्रामीण मौके पर पहुंच गए पीड़ित को लेकर सीएससी सहसवान पहुंचे जहां श्रीपाल की हालत गंभीर होने पर उसे राजकीय मेडिकल कॉलेज एंबुलेंस भेज दिया गया अजीत पाल ने इस पर क्राइम ब्रांच पर आरोप लगाया कि मेरा भाई श्रीपाल गाड़ी चलाता है। उपरोक्त ने मोबाइल से फोन करके थाना कोतवाली बुलाया मेरा भाई श्रीपाल थाना कोतवाली के सामने गाड़ी खड़ी करके क्राइम ब्रांच इस्पेक्टर के पास पहुंचा ।
पीड़ित के भाई अजीत पाल ने बताया 10 जनवरी को ही घटना के नामजद अभियुक्तों को राजनीतिक संरक्षण मिला हुआ है सत्तारूढ़ पार्टी के नेता उनकी मदद कर रहे हैं इसकी शिकायत उन्होंने मुख्यमंत्री के पोर्टल आईजीआरएस एवं 112 पर भी की थी परंतु पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की आरोप है सर्किल के एक बड़े अधिकारी ने भी मामले को रफा-दफा करने के लिए भारी दबाव भी बनायाI श्रीपाल के साथ कोतवाली में हुई आगजनी की घटना से परिजनों में हड़कंप मचा हुआ हैI एस एस पी ने मामले में जांच के आदेश दिए है।