रिसौली में रामकथा का तीसरा दिन बिल्सी। तहसील क्षेत्र के गांव रिसौली में ग्राम देवी स्थल पर चल रही श्रीमदभागवत कथा के तीसरे दिन वृदावन से आएं कथावाचक दुष्यंत शास्त्री ने कहा कि मानव जन्म हर किसी को नही मिलता बहुत भाग्य से मिलता है। उन्होने कहा रामचरितमानस की प्रत्येक चौपाई मंत्र है। रामकथा हमें समाज के प्रत्येक नियम पालन करने की सीख देती है। आज का युवा पश्चिमी सभ्यता का अनुकरण कर रहा जो चितां का विषय है। कथावाचक ने कहा कि जिस तरह राम मर्यादा के प्रतीक है। युवाओ को रामायण को पढ़ कर प्रत्येक पात्र के बारे जाने। उदाहरण देकर कहा कि एक स्थान पर कथा चल रही थी बहा प्रसंग चल रहा था राम ने केवट की नाव पर पहले सीता को चढ़ाकर बाद मे खुद नाव पर चढ़े। इस कथा में एक पति-पत्नी सुन रहे थे पति ने कहा कि मै कथा से सीख नही लेता दोनों लोग रेलवे स्टेशन पहुंचे तब तक गाडी आ गयी। पत्नी से पहले पति चढ़ गया।भीड़ होने पर पत्नी गाडी में नही चढ पायी,गाडी चल पडी। जब पति ने देखा की पत्नी बही रह गयी। मिलने पर पत्नी ने कहां कि अगर कथा से सीख लेते तो पहले मुझे गाड़ी में चढ़ाते। कथा में मुन्ना सिहं, गंगासिहं, अनिल सिहं, बीरेशसिहं, पूनेश सिहं, मुकेश कुमार आदि मौजूद रहे।