सर्द मौसम में गौवंशों का रखा जाए विशेष ख्याल : डीएम

बदायूं। जिलाधिकारी दीपा रंजन एवं मुख्य विकास अधिकारी ऋषिराज ने दो गोवंश आश्रय स्थलों एवं ग्राम सिरसा में निर्मित खेल मैदान, खेल पार्क, तालाब, पंचायत घर एवं पुस्तकालय का निरीक्षण मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी एवं अन्य अधिकारियों की उपस्थिति में किया।
गोवंश आश्रय स्थल मूसाझाग पर 34 स्वस्थ गोवंश पाए गए। गोवंश के लिए हरा चारा, भूसा पर्याप्त मात्रा में पाया गया, मौके पर निरीक्षण पंजिका के अतिरिक्त कोई अभिलेख नहीं पाया गया। जिलाधिकारी द्वारा निर्देशित किया गया कि समस्त अभिलेख गोवंश आश्रय स्थल पर रखे जाएं। 2 माह से गोवंश के भरण पोषण हेतु धनराशि न मिलने पर मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी को निर्देशित किया गया कि अभिलंब ही धनराशि स्थानांतरित कराई जाए। गोवंश आश्रय स्थल पापड़ हम्जापुर पर 32 स्वस्थ गोवंश पाए गए। भूसा, हरा चारा, राशन, ताजा पानी पीने की व्यवस्था, समुचित रूप से पाई गई। दोनों गोवंश आश्रय स्थल पर सर्दी से बचाव की पर्याप्त व्यवस्था पाई गई, साथ ही कार्यरत केयरटेकर को जिलाधिकारी द्वारा कंबल भेंट किए गए तथा गायों को खाने के लिए गुड़ दिया गया। ग्राम पापड़ में निर्मित खेल मैदान का निरीक्षण किया गया। जिलाधिकारी द्वारा मौके पर मौजूद ग्राम सचिव व प्रधान को ओपन जिम बनाने हेतु निर्देशित किया गया। ग्राम सिरसा में निर्मित पार्क, खेल मैदान तालाब, पुस्तकालय का निरीक्षण किया गया। पार्क में बेंच की संख्या बढ़ाने, खेल मैदान में ओपन जिम का सामान लगाने हेतु निर्देशित किया गया। तालाब में बेंच की संख्या बढ़ाने व छायादार/फलदार वृक्ष लगाने हेतु निर्देशित किया गया। पुस्तकालय में विद्युत की व्यवस्था न होने पर खंड विकास अधिकारी को निर्देशित किया गया कि अविलंब ही इसमें विद्युत कनेक्शन कराया जाए, साथ ही पुस्तकालय में कम्प्टीशन की तैयारी के हिसाब से पुस्तकें रखी जाएं, पंचायत सहायक एक रजिस्टर बनाकर पुस्तकों को आवंटित करें, साथ ही वापसी करें, जिससे यह सुनिश्चित हो सके। पुस्तकों का उपयोग ग्राम सभा के कंपटीशन वाले छात्र कर रहे हैं।
उत्तर प्रदेश शासन के निर्देशों के क्रम में पशुपालन विभाग द्वारा संरक्षित गोवंश हेतु उपलब्ध कराई गई। शीतकालीन व्यवस्थाओं को देखने के लिए जनपद बदायूं को नामित नोडल अधिकारी डॉक्टर आरके गंगवार अधीक्षक, पैथोलॉजिकल लैब बरेली द्वारा बृहद गौ संरक्षण केंद्र रफियाबाद ,गोवंश आश्रय स्थल मझिया, खेड़ा बुजुर्ग सहित छह गोवंश आश्रय स्थल का निरीक्षण किया गया। सभी जगह पर गोवंश को शीत से बचाव हेतु त्रिपाल लगे हुए पाए गए। भूसा एवं ताजा पानी की व्यवस्था संतोषजनक पाई गई। गोवंश आश्रय स्थल पर सफाई की व्यवस्था सुबह शाम करने हेतु मौके पर मौजूद केयरटेकर को निर्देशित किया गया, जिससे जगह सुखी रहे। गोवंश आराम से बैठ सकें, हरा चारा प्रतिदिन खिलाने हेतु निर्देशित किया गया।