बिल्सी। नगर के रामलीला मैदान पर आयोजित रामलीला में बीती रात श्रीराधा-कृष्ण बलराम रासलीला-रामलीला संस्थान वृदावन के कलाकारों द्वारा रासलीला के पहले दिन कलाकारों ने श्रीकृष्ण के जन्म का सजीव मंचन किया। जयकारे की गूंज से वातावरण गुंजायमान हो उठा। लीला का मंचन भगवान श्रीकृष्ण की आरती से किया गया। मंचन में दिखाया गया कि कंस अपनी बहन देवकी का विवाह करके उसे ससुराल पहुंचाने जा रहा था। इसी बीच आकाशवाणी होती है कि देवकी का अष्टम पुत्र कंस का वध करेगा। कंस भयभीत हो जाता है और वह देवकी को मारना चाहता है। वह दोनों को कारागार में डाल देता है। कंस एक-एक करके देवकी की छह संतानों का वध कर देता है। जब आठवें पुत्र के रूप में श्रीकृष्ण ने कारागार में जन्म लिया तो वासुदेव रात में ही उन्हें नंद बाबा के घर छोड़ आते हैं। दूसरे दिन नंदगांव में मैया यशोदा के घर श्रीकृष्ण जन्मोत्सव मनाया जाता है। इस मौके पर मेला कमेटी के सभी पदाधिकारी मौजूद रहे।