डीएम ने श्रमिकों को कम्बल बांटकर योजनाओं की दी जानकारी
बदायूँ। डीएम ने विकासखण्ड उसावां के अन्र्तगत उपरैला स्थित जनता ईट भट्टा पर जाकर सर्दी को दृष्टिगत रखते हुए यहां मेहनत मजदूरी करने वाले 41 मजदूरों को कम्बल बांटे। श्रम विभाग द्वारा शिविर लगाकर श्रमिकों का पंजीकरण किया गया एवं अन्य विभागों द्वारा संचालित योजनाओं के भी स्टाल लगाकर जानकारी दी गई, साथ ही मिशन शक्ति अभियान के अन्तर्गत महिलाओं को भी जागरुक किया गया। पशुपालन विभाग द्वारा भट्टे पर कार्यरत 15 घोड़ों का निशुल्क पशुधन बीमा किया गया
मंगलवार को चाइल्ड लाईन जन-जागरुकता कार्यक्रम में जिलाधिकारी कुमार प्रशान्त ने कहा कि श्रमिकों को लाभांवित करने के लिए श्रम विभाग की ओर से अनेकों योजनाएं संचालित की जाती हैं। अज्ञानता के अभाव में श्रमिकों तक विभिन्न महत्वपूर्ण योजनाओं की जानकारी नहीं पहंुच पाती है। इसलिए श्रमिकों को सबसे पहले अपना पंजीकरण श्रम विभाग के वेबसाईट पर कराना चाहिए, जिससे समय-समय पर संचालित होने वाली योजनाओं की जानकारी श्रमिकों को समय से होती रहे। इसमें कई प्रकार के लाभ हैं, जैसे बच्चा होने पर या कोई र्दुघटना होने पर श्रम विभाग की ओर से धनराशि दी जाती है। उन्होंने कहा कि श्रमिक दूसरे श्रमिकों को भी इन महत्वपूर्ण जानकारियों के बारे में अवगत कराएं एवं उनसे श्रम विभाग में जाकर पंजीकरण करवाएं, जिससे उनके साथ-साथ दूसरे मजदूरों को भी इसका लाभ मिल सके। जल्दी से जल्दी पंजीकरण विभाग द्वारा संचालित योजनाओं का लाभ उठाया जा सकता है। उन्होंने निर्देश दिए कि भट्टों, दुकानों एवं होटलों आदि पर कहीं भी बाल श्रमिक न हो, यदि कहीं मिलते हैं तो भट्टों, दुकानों एवं होटलों स्वामियों के खिलाफ कार्यवाही की जाए।
श्रम प्रवर्तन अधिकारी सतेन्द्र कुमार मिश्र ने अवगत कराया है कि श्रम विभाग में पंजीकृत श्रमिक के यहां पुत्री के जन्म लेने पर 25 हजार रुपए एवं पुत्र के जन्म लेने पर 20 हजार रुपए के लाभ का श्रम विभाग में प्रावधान है। पुत्री के विवाह हेतु श्रम विभाग की ओर से 55 हजार रुपए शादी के लिए दिया जाता है। सभी श्रमिक अपने बच्चों को पढ़ाकर उन्हें एक शिक्षित नागरिक बनाएं, उनसे मेहनत मजदूरी कराकर उन्हें बाल श्रमिक न बनाएं, कक्षा पांच के बाद से उन्हें आगे की शिक्षा ग्रहण करने के लिए पूरा खर्च श्रम विभाग द्वारा उठाया जाएगा। जिन श्रमिकों का पंजीकरण नहीं हुआ है, उनको अवगत करा दिया जाए, जिससे उन्हें समय रहते योजनाओं का लाभ दिलाया जा सके। इस अवसर पर मुख्य पशु चिकित्साधिकारी डाॅ0 अरुण कुमार जादौन सहित अन्य सम्बंधित अधिकारी मौजूद रहे।




















































































