राजकीय महाविद्यालय में दीनदयाल उपाध्याय की जयन्ती पर संगोष्ठी आयोजित
बदायूं।आवास विकास स्थित राजकीय महाविद्यालय बदायूं में पंडित दीनदयाल उपाध्याय की जयंती मनाई गई। राष्ट्रीय सेवा योजना एवं नेहरू युवा केंद्र के तत्वावधान में आयोजित दीनदयाल उपाध्याय के दर्शन की वर्तमान में प्रासंगिकता विषय पर आयोजित संगोष्ठी में विचार व्यक्त करने वाले कालेज के शिक्षकों को सम्मानित भी किया गया। संगोष्ठी की अध्यक्षता प्राचार्य डॉ अंशु सत्यार्थी ने किया तथा संचालन एनएसएस के जिला नोडल अधिकारी डॉ राकेश कुमार जायसवाल ने किया।
नेहरू युवा केंद्र के जिला युवा अधिकारी डॉ दिनेश यादव, जिला प्रशिक्षक देवेंद्र गंगवार सहित महाविद्यालय के समस्त शिक्षकों ने दीनदयाल जी के चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया।
डॉ दिनेश यादव ने कहा कि दीनदयाल ने राष्ट्रवाद का विचार भी भारतीय संस्कृति के परिवेश में किया था।दीनदयाल के अनुसार व्यक्ति और समाज अभिन्ना होते हैं। भारत में समाजनिरपेक्ष व्यक्ति का अस्तित्व ही संभव नहीं है।
इतिहास के असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ संजय कुमार ने कहा कि दीनदयाल के अनुसार आर्थिक विकास का मुख्य उद्देश्य सामान्य मानव का सुख है। राष्ट्रवाद, जनतंत्र, समाजवाद, साम्यवाद सब समानता पर आधारित प्रणालियाँ हैं, परन्तु कोई भी परिपूर्ण नहीं है। राष्ट्रवाद के कारण विश्वशांति के लिए संकट उत्पन्ना होता है, पूंजीवाद प्रजातंत्र को डस लेता है और फिर आमजन का शोषण होता है। समाजवाद, पूंजीवाद का नाश करता है, किन्तु उनके कारण् प्रजातंत्र का विनाश होता है और व्यक्ति का स्वातंत्र्य खतरे में पड़ जाता है।
देवेंद्र गंगवार ने कहा कि धर्मराज्य, प्रजातंत्र, सामाजिक समानता एवं आर्थिक विकेन्द्रीकरण हमारे ध्येय होने चाहिए। जो इन सबका समावेश करे, ऐसा ‘वाद’ हमें चाहिए। दीनदयाल का एकात्म मानववाद का दर्शन था जो उन्होंने सभी दर्शन का अध्ययन एवं मनन् करने के बाद जन्म दिया। राकेश कुमार जायसवाल ने कहा कि राष्ट्रवादी समन्वयवादी एवं पूर्णतावादी लोगों का मानना है कि पश्चिम की भौतिकता का तालमेल भारत की अध्यात्मिकता के साथ बैठाना चाहिए। भौतिक एवं अध्यात्मिक दो पृथक् भागों में जीवन का विचार नहीं किया जा सकता। यही एकात्म मानववाद के बीज है, जिसमे गीता पर आधारित कर्मयोग का प्रतिपादन किया गया है।
समारोह में डॉ बबिता यादव,डॉ सारिका शर्मा,डॉ नीरज कुमार,डॉ ज्योति विश्नोई,डॉ दिलीप वर्मा, डॉ सचिन राघव,डॉ मिथिलेश,डॉ प्रेमचंद्र को उनके उत्कृष्ट अध्यापन कार्य के लिए नेहरू युवा केंद्र के द्वारा अंग वस्त्र से आच्छादित कर सम्मानित किया गया।
इस अवसर पर नमामि गंगे के जिला परियोजना अधिकारी अनुज प्रताप सिंह,रविंद्र सिंह यादव,राहुल यादव, प्रसून सक्सेना,विकास शर्मा,खुशबू राघव,रिंकू यादव,एनसीसी के कैडेट शिवम यादव, प्रदीप कुमार, दाताराम, रोहिताश्व, राम लखन, वैष्णवी गुप्ता, रितिका, एनएसएस के स्वयंसेवी अमन सक्सैना, राजेश कुमार सिंह,देवानन्द, रितिक कुमार सिंह, अंशुल कुमार,देवांश,प्रशांत,अंजली श्रीवास्तव,अन्विशा मिश्रा,स्नेहा पांडे आदि उपस्थित थे।