राष्ट्रीय खेल दिवस पर हॉकी के जादूगर मेजर ध्यानचंद को नमन् कर अर्पित की श्रद्धांजलि।

बदायूं।गिन्दो देवी महिला महाविद्यालय बदायूं की राष्ट्रीय सेवा योजना इकाई के तत्वावधान में आज कार्यक्रम अधिकारी सरला देवी चक्रवर्ती एवं डॉ इति अधिकारी के निर्देशन एवं नेतृत्व में स्वयंसेविकाओं ने राष्ट्रीय खेल दिवस पर हॉकी के जादूगर मेजर ध्यानचंदआज को नमन् कर अर्पित की श्रद्धांजलि।


राष्ट्रीय खेल दिवस के अवसर पर स्वयंसेविकाओं ने घर पर रहते हुए लोगों को योगाभ्यास कराया। वर्चुअल माध्यम से व्हाट्सएप ग्रुप द्वारा कार्यक्रम अधिकारी असिस्टेंट प्रोफेसर सरला देवी चक्रवर्ती व प्राचार्या डॉ गार्गी बुलबुल ने स्वयंसेविओ को खेल दिवस की शुभकामनाएं प्रेषित करते हुए कहा आज भारत के सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी मेजर ध्यानचंद जी की जयंती हैं विश्व हॉकी के सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ियों में उनकी गिनती होती है। वे तीन बार ओलम्पिक के स्वर्ण पदक जीतने वाली भारतीय हॉकी टीम के सदस्य रहे। उनकी जन्मतिथि को भारत में “राष्ट्रीय खेल दिवस” के रूप में मनाया जाता है। स्वयंसेविका कु०पूनम, सुषमा, राजकुमारी, ज्योती,शिवांगी आदि ने फ़िट रहने के लिए लोगों को योगाभ्यास कराया। और पौधरोपण कर सच्ची श्रद्धांजलि अर्पित की। कार्यक्रम अधिकारी असिस्टेंट प्रोफेसर सरला देवी चक्रवर्ती व डॉ इति अधिकारी ने बताया कि ध्यानचंद की बॉल पर पकड़ बेजोड़ थी, इसलिए उन्हें ‘द विजार्ड ऑफ इंडियन हॉकी’ कहा जाता था। उन्होंने अपने खेल जीवन में 1000 से अधिक गोल दागे। उन्हें 1956 में भारत के प्रतिष्ठित नागरिक सम्मान पद्मभूषण से सम्मानित किया गया था। ध्यानचंद ने भारत को लगातार 3 बार ओलिंपिक में स्वर्ण पदक दिलवाया था। ध्यानचंद ने अपने इंटरनेशनल करियर में 400 से ज्यादा गोल किए। उन्होंने अपना आखिरी इंटरनेशनल मैच 1948 में खेला था। ऐसे महान खिलाड़ी को हम सभी शत शत नमन करते हैं। स्वयं सेविकाओं ने विभिन्न योगासनों के माध्यम से स्वास्थ्य के प्रति जागरूक किया।