पश्चिमी उत्तर प्रदेश में रहस्यमयी वायरल फीवर का खौफ जारी, पीड़ितों में तेज बुखार, डीहाइड्रेशन और प्लेटलेट काउंट में गिरावट

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लखनऊ। पश्चिमी उत्तर प्रदेश के कुछ हिस्सों में दरअसल इस रहस्यमयी वायरल फीवर के दौरान पीड़ितों में तेज बुखार, डीहाइड्रेशन और प्लेटलेट काउंट में अचानक गिरावट देखी गई. हालात बेकाबू हो रहे हैं. मरीजों की भीड़ के चलते सरकारी अस्पतालों में बेड तक नहीं मिल पा रहे हैं. जानलेवा वायरल बुखार के मामले सामने आने के बाद, गौतम बौद्ध नगर प्रशासन ने गुरुवार को हाई अलर्ट जारी किया है. स्वास्थ्य कर्मियों को विशेष रूप से उन लोगों पर ध्यान देने का निर्देश दिया गया, जिनके शरीर का तापमान ज्यादा पाया गया है. पश्चिमी उत्तर प्रदेश के कुछ हिस्सों में वायरल फीवर के कारण कई मौतों की खबरें आने के बाद जिला प्रशासन की ओर से अलर्ट जारी किया गया है.

इस दौरान आ रहे तेज बुखार से लोगों की मौत भी हो रही है. स्वास्थ्य विभाग के सरकारी आंकड़े के मुताबिक बीते सात दिन में आगरा, फिरोजाबाद, मथुरा, मैनपुरी, एटा और कासगंज जिलों में कुछ लोगों की मौत होने की पुष्टि हुई है. 

रिकवरी में लग रहा इतना वक्त

लोगों को इस वायरल से ठीक होने में 12 दिनों से ज्यादा समय लग रहा है. वहीं प्रदेश के बाकी हिस्सों से आ रही खबरों के मुताबिक अब पूर्वी उत्तर प्रदेश से भी वायरल बुखार के केस देखने को मिल रहे हैं. गोंडा, बस्ती, देवरिया, बलिया, आजमगढ़, सुल्तानपुर,बदायूं, जौनपुर और गाजीपुर में लोग वायरल की चपेट में आ रहे हैं. लेकिन इस रहस्यमयी बुखार की वजह से पश्चिमी यूपी के जिले सबसे ज्यादा प्रभावित हैं. इसके अलावा, आगरा में राजस्थान और मध्य प्रदेश के सीमावर्ती और पड़ोसी जिलों से भी इसी तरह के लक्षणों वाले वायरल बुखार के मरीज मिल रहे हैं. वहीं स्वास्थ्य विभाग ने लोगों से मलेरिया और ऐसी बीमारियों से सावधान रहने की अपील की है, जो मच्छरों के काटने से फैलती हैं. स्वास्थ्य विभाग ने कहा है कि किसी भी तरह की समस्या होने पर खुद उसका इलाज न करें, बल्कि योग्य चिकित्सक से परामर्श लें.