पर्यावरण को संतुलित करने के लिए जरूरी है पौधरोपण

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बिल्सी। तहसील क्षेत्र के गांव सतेती स्थित स्वर्ण अकादमी फ़ॉर फ्यूचर एजुकेशन में अरिहन्त वृक्षारोपण समिति के पदाधिकारियों ने पौधारोपण किया। कॉलेज संरक्षक डॉ विनय शर्मा ने कहा कि वर्तमान में हमारा पर्यावरण पूरी तरह से दूषित होकर रह गया है। जिसका मुख्य कारण और कोई नहीं हम सब स्वयं है। मनुष्य अपनी आवश्यकताओं की पूर्ति के लिए हरे-भरे पेड़ों को काटता जा रहा है। जिससे पर्यावरण दिनों दिन असंतुलित होता जा रहा है। इसको संतुलित करने के लिए हमें चाहिए कि खाली पड़ी भूमि पर ज्यादा से ज्यादा वृक्ष लगाएं। साथ ही व्यक्ति को पौधारोपण के साथ-साथ उनकी देखभाल का भी संकल्प लेना चाहिए। ताकि उनके द्वारा लगाएं पौधे आसानी बड़े हो सके। अक्सर देखा गया है कि देखरेख के अभाव में पौधे सूखकर खत्म हो जाते है। समिति के संस्थापक प्रशान्त जैन ने कहा कि पृथ्वी पर वृक्ष की मानव जीवन का मुख्य आधार है। क्योंकि पौधे ही मानव को शुध्द वायु हासिल कराने में अपनी अहम भूमिका निभाते है,यदि पृथ्वी पर पौधे नहीं होगे तो इस पर मानव जीवन भी संभव नहीं हो सकेगा। उन्होने कहा कि पीपल एक ऐसा वृक्ष है जो 24 घंटे आक्सीजन को छोड़ता है। जबकि अन्य पौधे केवल दिन में आक्सीजन और रात को कार्बन डाइआक्साइड को छोड़ते है। इसलिए लोगों को चाहिए वह ज्यादा से ज्यादा पीपल के पौधे लगाएं। इस मौके पर विष्णु असावा, प्रशान्त जैन, अनुज शर्मा, अमन गुप्ता, अमन गुप्ता, शिव शक्ति पीठ के प्रधान महंत अवनीष शर्मा उर्फ राधे राधे जी महाराज मौजूद रहे।