धोपेश्वर नाथ मंदिर में शिवमहापुराण कथा के चतुर्थ दिवस गंगा अवतरण की कथा का भावपूर्ण वर्णन
बरेली। स्वयं सिद्ध पीठ श्री धोपेश्वर नाथ मंदिर में शिवलोकवासी परम शैव श्री मृत्युंजय हीरेमठ जी की पुण्य स्मृति में आयोजित नव दिवसीय श्री शिवमहापुराण कथा एवं सवा लाख पार्थिव पूजन के चतुर्थ दिवस भक्तिमय वातावरण देखने को मिला। इस अवसर पर गंगोत्री धाम से पधारे कथा व्यास आचार्य शिवराम भट्ट जी ने गंगा अवतरण की दिव्य कथा का भावपूर्ण वर्णन किया।
आचार्य शिवराम भट्ट ने बताया कि किस प्रकार राजा भागीरथ ने कठोर तपस्या कर मां गंगा को धरती पर अवतरित कराया, जिससे समस्त संसार का कल्याण हुआ। उन्होंने कहा कि मनुष्य को सदैव दूसरों के हित के लिए कार्य करना चाहिए, क्योंकि इसी भाव से भगवान शिव प्रसन्न होकर अपनी कृपा बरसाते हैं। आचार्य ने वर्तमान समय पर टिप्पणी करते हुए कहा कि आज मनुष्य अपने दुख से अधिक दूसरों के सुख से दुखी होता है, जबकि भोलेनाथ प्रेम और परोपकार को ही सबसे अधिक प्रिय मानते हैं। कथा के दौरान श्रद्धालु भाव-विभोर होकर शिव भक्ति में लीन दिखाई दिए। कार्यक्रम में पंडित देवकीनंदन जोशी, आचार्य घनश्याम जोशी, पंडित विष्णु शुक्ला, पूर्व विधायक पप्पू भरतौल सहित अनेक गणमान्य जन उपस्थित रहे। चतुर्थ दिवस के मुख्य यजमान के रूप में मनोज तिवारी, श्रवण पाण्डेय, आनंद साहू, जय देवनानी आदि ने विधिवत पूजन-अर्चन किया।
शिवमहापुराण कथा एवं पार्थिव पूजन के इस आयोजन से क्षेत्र में आध्यात्मिक वातावरण बना हुआ है और प्रतिदिन बड़ी संख्या में श्रद्धालु दर्शन एवं श्रवण हेतु पहुंच रहे।
