सहसवान । कोतवाली क्षेत्र के ग्राम धापड निवासी मोरपाल सिंह पुत्र भगवान सिंह का कहना है कि वह उसकी माँ व अन्य किसान अपनी भेंसो व गाय को लेकर नदी पर गए कुछ पशु नदी मे पानी पीने लगे और कुछ चारा चरने लगे प्राथी की माँ अन्य किसान पेड़ की छाया मे बेठ गए इसी बीच ग्राम के ही राजेश ,मुकेश ,सरवन लाठी डंडे लेकर आए और पशुओं को अपने खेत की ओर दोड़ाते हुए ले गए जहां उनके खेत मे लगे रेजर के तारों मे फसकर प्रार्थी की पाँच भेंस रघू पुत्र टीकाराम की दो भेंस बुरी तरह से कटकर गंभीर रूप से घायल हो गईं । प्रार्थी ने उपरोक्त तीन सगे भाइयों को नामजद करते हुए पुलिस को तहरीर दी है । बता दें नीलगाय और भैंस समेत छुट्टा जानवरो से बचने के लिए किसानों ने भारी संख्या में किसानों ने खेतों के चारों और कंटीले तार लगवाने शुरु किए हैं। जो छुट्टा जानवरों की बढ़ती संख्या को देखते हुए जरुरी भी है लेकिन इस बीच कुछ किसान रेजर वाले तार (लेजर वायर) लगवा रहे हैं, जिसमें फंसकर सैकड़ों पशु घायल हो रहे हैं। इन तारों में कटकर घायल होने वाले पशुओं मे से सबसे बड़ी संख्या गायों की है। एक तरफ जहां गो हत्या प्रतिबंधित है, और इस मुद्दे पर खूब हंगामा भी हुआ। लेकिन खेतों में गायों भेसों का लहूलुहान होना जारी है। जो गंभीरता से सोचने पर मजबूर करता है। प्रदेश में बढ़ते चारे की कमी और पशुओं का दुधारू न होने से पशुपालक ऐसे लाखों पशुओं को छुट्टा छोड़ देते हैं, और इन्हीं पशुओं से फसल को बचाने के लिए खेत के चारों ओर कंटीले तार लगा देते हैं। ये खतरनाक ब्लेड लगे तार आसानी से कोई भी बाजार से खरीद सकता है।