बदायूँ। बाल दिवस पर ई-गुरूकुल कॉलेज में पहली बार कृत्रिम बुद्धिमत्ता विषय पर भव्य सेमिनार का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का शुभारम्भ कॉलेज के अध्यक्ष विकास महेश्वरी एवं रिया महेश्वरी ने माँ सरस्वती के समक्ष दीप प्रज्वलित कर किया। सेमिनार को संबोधित करते हुए कॉलेज के निदेशक विकास महेश्वरी ने कहा कि आने वाले समय में ई-गुरूकुल कॉलेज बदायूँ के एक हज़ार विद्यार्थियों को कृत्रिम बुद्धिमत्ता का प्रशिक्षण देकर उन्हें रोजगार एवं स्वरोजगार से जोड़ने के लिए संकल्पित है। उन्होंने कहा कि इस तकनीक से विद्यार्थी अधिक अंक प्राप्त कर सकते हैं, व्यापारी अपने व्यवसाय का विस्तार कर सकते हैं तथा शासन-प्रशासन भी अपने कार्यों में इस तकनीक को प्राथमिकता दे रहा है। कार्यक्रम में छात्र ऋषभ ने कहा कि कृत्रिम बुद्धिमत्ता हमें अपने सपनों को साकार करने की शक्ति देती है। छात्रा सोनम ने कहा कि भविष्य में इसके बिना आगे बढ़ पाना सम्भव नहीं होगा। छात्रा आयुषी ने कहा कि यह अब हमारे जीवन का आवश्यक अंग बन चुका है और हमारी अनेक आवश्यकताओं की पूर्ति करेगा। सेमिनार में कोचर ने कृत्रिम बुद्धिमत्ता के विविध उपयोगों तथा महत्वपूर्ण साधनों के विषय में विस्तृत जानकारी दी। इसी क्रम में रीतु बत्रा, मुस्कान एवं प्रतीक ने भी प्रभावशाली वक्तव्य देकर उपस्थित जनसमूह को प्रभावित किया। सेमिनार में भाग लेने वाले सभी विद्यार्थियों को प्रतीक-चिन्ह प्रदान कर सम्मानित किया गया। सेमिनार को सफल बनाने में रिया महेश्वरी, प्रशिक्षक एकता सपरा, मीनू कालरा, नैना देवाल, ओम वशिष्ठ, अभिषेक आर्या, अनिरुद्ध मिश्र, आगाज़ संस्था के अध्यक्ष नितिन गुप्ता, अमीर सुल्तानी तथा बड़ी संख्या में विद्यार्थी उपस्थित रहे। कार्यक्रम की अध्यक्षता कॉलेज के निदेशक विकास महेश्वरी ने तथा संचालन नैना देवाल ने किया।