कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने हरियाणा के सोनीपत जिले की राई विधानसभा क्षेत्र में मतदाता सूची में गड़बड़ी का आरोप लगाते हुए कहा था कि ब्राजील की एक ही मॉडल की फोटो 22 मतदाताओं के नाम पर लगी है, लेकिन संवाद न्यूज एजेंसी की पड़ताल में सामने आया कि इनमें से 14 महिलाओं ने खुद मतदान किया था, केवल उनकी फोटो गलत थी। चुनाव अधिकारियों ने पहचान पत्र देखकर उन्हें वोट डालने दिया। स्थानीय महिलाओं ने बताया कि फोटो में कभी पुरुष की जगह महिला तो कभी किसी अन्य महिला की तस्वीर लगी थी, लेकिन वोट डालने में कोई बाधा नहीं आई। राहुल गांधी ने दादरी शहर की मतदाता सूची में “मकान नंबर शून्य” दिखाए जाने पर सवाल उठाते हुए कहा कि यह मतदाता की पहचान छिपाने की चाल है, जबकि जांच में सामने आया कि जिन लोगों के पते पर शून्य लिखा है, वहां वास्तव में मकान नंबर अलॉट ही नहीं हैं। उदाहरण के तौर पर नरेंद्र नामक व्यक्ति का परिवार तीन दशक से दादरी में अपने मकान में रह रहा है, उनके सभी दस्तावेजों—वोटर कार्ड, आधार कार्ड—में मकान नंबर शून्य है। राहुल के आरोपों पर राई क्षेत्र की 22 में से 13 महिलाओं ने कहा कि भले ही वोटर लिस्ट में फोटो ब्राजील की मॉडल की है, वोट उन्होंने ही डाला है। इन महिलाओं में मच्छरौला, बारोटा, मुरथल, खेड़ी मन्नाजाट, कुंडली, प्याऊ मनियारी, नाहरी और सेरसा गांव की महिलाएं शामिल हैं। इनमें से अधिकतर ने कहा कि जब वे वोट डालने गईं तो फोटो किसी और की लगी थी, लेकिन पहचान पत्र देखकर मतदान की अनुमति मिली। राहुल गांधी ने जिन आठ विधानसभा सीटों पर गड़बड़ी का जिक्र किया, उनमें उचानाकलां, चरखी दादरी, असंध, होडल, महेंद्रगढ़, सफीदों, घरौंडा और राई शामिल हैं, जहां कांग्रेस मामूली अंतर से हारी थी। कांग्रेस नेताओं का कहना है कि हजारों मतदाता “जीरो मकान नंबर” पर दर्ज हैं, कई मृतकों के नाम सूची में हैं और एक ही व्यक्ति के नाम पर कई वोट बने हैं, जबकि भाजपा नेताओं के भी दो-दो राज्यों में वोट दर्ज पाए गए हैं। कांग्रेस का कहना है कि यह लोकतंत्र की हत्या है और चुनाव आयोग को इस पर तत्काल कार्रवाई करनी चाहिए।