नागरिक सुरक्षा वार्डेन प्रशिक्षण में मल्टी-कैजुअल्टी इन्सीडेंट व ट्रायएज की दी विस्तृत जानकारी
बरेली। भारत सरकार द्वारा संचालित नागरिक सुरक्षा वार्डेन और क्षमता निर्माण पी एंड सी बी कोष के अन्तर्गत आज प्रशिक्षण के पांचवें दिन प्रथम सत्र में उपनियंत्रक राकेश मिश्र ने प्रशिक्षणार्थियों को मल्टी कैजुअलिटी इंसीडेंट और ट्रायएज (चुनना) के बारे में विस्तार से बताया। उन्होंने बताया कि घायल व्यक्ति के साथ कौन सी घटना हुई है। उसी अनुरूप उसकी सहायता की जाती है। फिर रोगियों को जीवित रहने के लिए देखभाल करने हेतु उन्हें छांटना। संसाधनों का कुशल तरीके से आवंटन। सबसे गम्भीर लेकिन ठीक होने योग्य चोटों का तेजी से इलाज़ करवाना तथा रोगियों की जवाबदेही। प्राथमिकता को तीन भागों में बांटते हैं: प्राथमिकता नंबर 1 जिसको लाल रंग से संकेत देते हैं। प्राथमिकता नंबर 2 पीला रंग। इसका अर्थ इस रोगी को तत्काल अटेंड कर बचाया जा सकता है। प्राथमिकता नम्बर 3 हरा रंग। इसका अर्थ कि रोगी कम गम्भीर रूप से घायल है। फिर उसकी सांसों का निरीक्षण करेंगे यदि एक मिनट में 30 से ज्यादा तेज और 11 बार से सांस कम हो तो रोगी गंभीर है। रक्त संचरण, कैपिलरीज आदि के बारे में बताया। फिर सीपीआर का डेमो करके दिखाया। उन्होंने बताया कि सी पी आर उसको दिया जाता है जो कोई रिस्पॉन्स ना दे, जिसकी स्वांस नहीं चल रही हो तथा जिसकी पल्स नहीं मिल रही हो।उन्होंने सीपीआर के साथ चरण बताए।
ए डी सी प्रमोद डागर ने प्राथमिक उपचार के उद्देश्य, प्राथमिक उपचारकर्ता के गुण, प्राथमिक उपचार के महत्व के बारे में बताया। ने बताया कि किसी व्यक्ति की स्वांस नली में कुछ फंस गया उसे एफ बी ए ओ पद्धति से बाहर निकाल सकते हैं। उन्होंने बचाव की आपातकालीन विधियां बताई। मानव वैशाखी के द्वारा, पिक ए बैक के द्वारा, फायरमैन लिफ्ट के द्वारा, बोलिंग डेग के द्वारा, रेस्क्यू कॉल तथा उल्टा पिक ए बैक द्वारा घायल को कैरी किया जा सकता है। स्ट्रेचर के द्वारा भी ड्रिल के माध्यम से बताया। ए. डी .सी. पंकज कुदेशिया द्वारा बचाव के कई तरीके बताए। घायल को कैसे रेस्क्यू करें, ताकि समय से उसे उपचार मिल जाए और उसका जीवन बच जाए। आजके कार्यक्रम डिप्टी चीफ़ वॉर्डन रंजीत वशिष्ठ की उपस्थिति में हुए। डिविजनल वार्डन आरक्षित शिवलेश चन्द्र पाण्डेय, अंजय अग्रवाल, कलीम हैदर सैफी, कँवलजीत सिंह का पूर्ण सहयोग रहा।




















































































