प्रयागराज। बम्हरौली क्षेत्र के रसूलपुर घाट पर एक दिल दहला देने वाली घटना हुई, जहाँ तीन नाबालिग दोस्तों का गंगा नदी में डूबने से मौत हो गई। मृतकों की पहचान धूमनगंज थाना क्षेत्र के चक मुंडेरा निवासी नमन लूथरा (17), मनीष (13) और शौर्य पाल (14) के रूप में हुई है। तीनों दोस्त शुक्रवार दोपहर करीब 12:30 बजे घर से बिना बताए निकले थे और फिर लापता हो गए। परिजनों द्वारा लगातार खोजबीन के बाद शनिवार सुबह बेगम सराय गंगा घाट पर बच्चों के कपड़े और चप्पल मिलने की सूचना पर परिजन और पुलिस ने सर्च अभियान चलाया। एनडीआरएफ, जल पुलिस और पूरामुफ्ती पुलिस ने करीब चार घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद मनीष और शौर्य के शव बरामद किए। इसके बाद थोड़ी देर बाद नमन का शव भी गंगा से निकाला गया। परिजनों का रो-रो कर बुरा हाल है। शौर्य के पिता जितेंद्र पाल ने बताया कि वह मूल रूप से जौनपुर के बदलापुर थाना क्षेत्र के निवासी हैं और पिछले 24 वर्षों से मुंडेरा चुंगी के पास परिवार के साथ रहते हैं। मनीष कक्षा तीन का छात्र था, शौर्य कक्षा छह में पढ़ाई कर रहा था, जबकि नमन तीनों में सबसे बड़ा था। पुलिस के अनुसार शुरुआती जांच में यह आशंका जताई जा रही है कि तीनों एक-दूसरे को बचाने के चक्कर में गंगा में डूब गए। शनिवार को एक व्यक्ति ने बताया कि शुक्रवार शाम करीब चार बजे तीनों किशोर रसूलपुर घाट पर आपस में बातचीत कर रहे थे। उनके जाने के बाद संभवतः स्नान करते समय हादसा हुआ। पूरामुफ्ती थाना प्रभारी मनोज सिंह ने बताया कि तीनों शवों का पोस्टमार्टम रविवार को कराया जाएगा। मामले की गहराई से जांच की जा रही है ताकि घटना की पूरी वजह सामने आ सके। अब पूरे मोहल्ले में तीनों किशोरों की मासूमियत और सच्ची दोस्ती की चर्चा हो रही है, जो साथ हंसते-खेलते थे और जिनकी यह कच्ची उम्र भी उन्हें जुदा नहीं कर सकी।