बरेली। गरीब शक्ति संगठन ने देशभर में न्यायिक सुधारों की मांग करते हुए एक बड़ा बयान जारी किया है। संगठन के पदाधिकारियों ने मांग की कि भारत के हर जिले में न्यायिक स्तर पर विशेष जांच दल का गठन किया जाना चाहिए, ताकि पुलिस थानों में बदले की भावना से दर्ज किए जाने वाले झूठे मुकदमों से निर्दोष लोगों को राहत मिल सके। इस मौके पर संगठन के संजीव सागर ने कहा कि “संविधान और सुप्रीम कोर्ट ने कैदियों को कई मौलिक अधिकार दिए हैं, लेकिन जमीनी स्तर पर इनका पालन नहीं हो रहा। आज़ादी के 75 वर्षों के बाद भी सरकारों ने यह जानने की कोशिश नहीं की कि आखिर अपराध क्यों बढ़ रहे हैं। जेलों को चिड़ियाघर बना दिया गया है, जहां बेगुनाह गरीबों बुरी तरह से भर दिया। ज्ञापन के दौरान विकास माथुर एडवोकेट, संजीव सागर, मेहंदी हसन, अफजाल अहमद, मोहम्मद नासिर, मोहम्मद रफी, नूर्वी, चमेली देवी, उषा, मोहम्मद यासीन एवं निज़ाम सहित कई कार्यकर्ता मौजूद रहे।