बरेली। पुलिस की तत्परता और संवेदनशीलता एक बार फिर सामने आई जब थाना बारादरी पुलिस ने सोशल मीडिया अलर्ट के माध्यम से एक 21 वर्षीय युवक की जान बचा ली। युवक ने 6 अगस्त को इंस्टाग्राम पर एक वीडियो पोस्ट किया, जिसमें उसने गले में कपड़े का फंदा डालते हुए “गुड बाय जिंदगी” लिखा था। वीडियो देख कर मेटा (इंस्टाग्राम की मूल कंपनी) द्वारा पुलिस मुख्यालय को मेटा अलर्ट भेजा गया। सूचना मिलते ही मामले की गंभीरता को भांपते हुए थाना बारादरी पुलिस को तत्काल सूचित किया गया। चौकी श्यामगंज के प्रभारी उपनिरीक्षक अखिलेश उपाध्याय के नेतृत्व में पुलिस टीम मात्र 10 मिनट में युवक के घर पहुंच गई और समय रहते उसे सुरक्षित बचा लिया। प्रारंभिक पूछताछ में युवक ने बताया कि वह अपनी पत्नी से चल रहे पारिवारिक विवाद के कारण मानसिक रूप से अत्यधिक तनाव में था, क्योंकि उसकी पत्नी उसके साथ नहीं रह रही थी उपनिरीक्षक अखिलेश उपाध्याय ने युवक को शांतिपूर्वक काउंसलिंग दी और जीवन की महत्ता समझाते हुए उसे सकारात्मक सोच अपनाने के लिए प्रेरित किया। युवक ने पुलिस को आश्वासन दिया कि वह भविष्य में ऐसा कोई आत्मघाती कदम नहीं उठाएगा। इस प्रयास के लिए थाना बारादरी पुलिस, विशेषकर चौकी प्रभारी उपनिरीक्षक अखिलेश उपाध्याय की कार्यशैली की प्रशंसा की जा रही है। इस घटना से एक बार फिर यह सिद्ध हुआ कि पुलिस सिर्फ कानून-व्यवस्था ही नहीं, बल्कि मानव जीवन की रक्षा में भी सदैव तत्पर है।