बदायूं। आज एचपी इंटरनेशनल स्कूल में एक बेहद प्यारा और भावनाओं से भरा दृश्य देखने को मिला, जब किंडरगार्टन के नन्हे बच्चों ने पूरे दिल से रक्षाबंधन का पर्व मनाया। छोटे-छोटे हाथों में रंग-बिरंगी राखियां, चेहरे पर मुस्कान और आंखों में उत्साह — हर बच्चा आज अपने तरीके से भाई-बहन के रिश्ते को महसूस कर रहा था। बच्चों ने एक-दूसरे की कलाई पर राखी बांधी और मिठास के रूप में चॉकलेट्स व उपहारों का आदान-प्रदान किया। कहीं बहन भाई की कलाई पर राखी बांधते हुए बोली, “अब तू मुझे चॉकलेट देगा ना?” तो कहीं भाई ने मुस्कुराकर कहा, “मैं हमेशा तेरा ध्यान रखूंगा।” ये नन्हे संवाद दिल को छू जाने वाले थे। विद्यालय के शिक्षकगणों ने राखी के महत्व को नन्हे छात्रों को समझाया और बताया भाई-बहन का प्यार जग में सबसे अनोखा रिश्ता हैं |विद्यालय के प्रवंधक निदेशक शिवम पटेल ने इस मौके पर भावुक होकर कहा, “जब बच्चों को अपने रिश्तों की अहमियत बचपन में ही समझ आने लगे, तो वो बड़े होकर और भी अच्छे इंसान बनते हैं। आज हमारे स्कूल में जो दृश्य था, वो सिर्फ एक त्योहार नहीं बल्कि संस्कारों का उत्सव था।”वही प्रधानाचार्य संदीप पांडे ने भी अपने विचार साझा करते हुए कहा, “रक्षाबंधन एक त्यौहार ही नहीं, एक एहसास है कि कोई है जो हमारे लिए हमेशा खड़ा रहेगा। बच्चों को इस एहसास से जोड़ना ही असली शिक्षा है। आज इन नन्हे बच्चों ने जो प्यार और अपनापन दिखाया, उसने हम बड़ों को भी भावुक कर दिया।” इस छोटे से आयोजन ने बच्चों के साथ-साथ सभी शिक्षकों के दिल को छू लिया। रक्षाबंधन के इस उत्सव ने दिखा दिया कि जब भावनाएं सच्ची हों, तो उम्र मायने नहीं रखती — नन्हे हाथों से भी बंधी राखी उतनी ही मजबूत होती है।