बरेली। भ्रष्टाचार के खिलाफ कार्रवाई में एंटी करप्शन टीम ने शनिवार को बड़ी सफलता हासिल की। मुख्य अभियंता कार्यालय परिसर में तैनात विद्युत विभाग के लिपिक (बाबू) अजीत कुमार को 20 हजार रुपये की रिश्वत लेते रंगेहाथ पकड़ लिया गया। भ्रष्टाचार निवारण संगठन टीम के प्रभारी निरीक्षक इश्तियाक वारसी ने बताया कि केवल आरोपी को घूस लेते हुए गिरफ्तार ही नहीं किया किया, बल्कि उसके बैग की तलाशी में 1.76 लाख रुपये की नकद राशि भी बरामद की है, जिसका कोई वैध स्रोत आरोपी नहीं बता सका। एंटी करप्शन टीम शनिवार दोपहर करीब साढ़े तीन बजे अधिशासी अभियंता प्रथम मनोज कुमार के कार्यालय पहुंची थी। यहीं पर आरोपी बाबू अजीत कुमार रिश्वत ले रहा था। टीम ने मौके पर ही उसे धर दबोचा और फिर कोतवाली ले जाकर उससे पूछताछ की गई। बाद में पुलिस ने आरोपी के आवास और कार्यालय में भी तलाशी अभियान चलाया। अजीत के बैग से मिले 1.76 लाख रुपये को भी जब्त कर लिए गए है। पूछताछ के दौरान आरोपी इस राशि का कोई स्पष्ट हिसाब नहीं दे सका और न ही कोई रसीद या दस्तावेज प्रस्तुत कर पाया। एंटी करप्शन टीम को संदेह है कि यह रकम भी रिश्वत की ही हो सकती है। पुलिस ने आरोपी के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम की धाराओं में मुकदमा दर्ज कर लिया है और आगे की कानूनी कार्रवाई की जा रही है। बरेली में इस कार्रवाई से बिजली विभाग में हड़कंप मच गया है।