बरेली। बरेली टैंट हाउस वेलफेयर एसोसिएशन के जिला अध्यक्ष अंकुर गोयल के नेतृत्व में जिलाधिकारी कार्यालय पहुंचकर एक ज्ञापन सौंपा गया, जिसमें टेंट व्यवसाय से जुड़ी समस्याओं के समाधान की मांग की गई। वर्षों से सामाजिक, धार्मिक एवं पारिवारिक आयोजनों में सेवाएं देकर जनकल्याण में योगदान देने वाला यह व्यवसाय आज अनेक आर्थिक और प्रशासनिक चुनौतियों से जूझ रहा है। ज्ञापन में प्रमुख रूप से आठ मांगें रखी गईं, जिनमें टेंट सेवा पर लागू 18% GST को घटाकर 12% करने की मांग सबसे प्रमुख रही। एसोसिएशन का कहना है कि यह पारंपरिक सेवा क्षेत्र अत्यधिक कर दर के बोझ को वहन करने में सक्षम नहीं है। इसके साथ ही सामाजिक आयोजनों में कैटरिंग सेवा के संचालन के लिए रात्रि 12 बजे तक का अधिकतम समय निर्धारित करने की मांग की गई, ताकि व्यवस्था, सुरक्षा और श्रमिकों की गरिमा सुनिश्चित की जा सके। टेंट व्यवसाय को ‘माइक्रो इंडस्ट्री’ का दर्जा देने की मांग करते हुए प्रतिनिधियों ने कहा कि इससे उन्हें सरकारी योजनाओं, लोन और बीमा जैसी सुविधाओं का लाभ मिल सकेगा। साथ ही एक विशेष टेंट व्यवसायी ऋण योजना लागू करने की भी अपील की गई, जिससे दस्तावेजों के अभाव में भी छोटे व्यापारी बैंकिंग सहायता ले सकें। बीमा व्यवस्था पर बात करते हुए बताया गया कि लाखों रुपये की सामग्री बारिश, आग और अन्य आपदाओं में क्षतिग्रस्त हो जाती है, इसलिए इस क्षेत्र के लिए एक सरकारी बीमा योजना लागू की जानी चाहिए। इसके अलावा प्राकृतिक आपदा राहत श्रेणी में टेंट व्यवसायियों को भी शामिल करने, स्थानीय टेंडरों में प्राथमिकता देने और नगर निकाय के सहयोग से स्थायी गोडाउन ज़ोन विकसित करने की भी मांग की गई। एसोसिएशन ने प्रशासन से मांग की कि इन समस्याओं पर गंभीरता से विचार करते हुए शीघ्र सकारात्मक कदम उठाए जाएं, जिससे इस छोटे लेकिन जनसेवाभावी व्यवसाय को राहत मिल सके। ज्ञापन देने बालो में जिला अध्यक्ष अंकुर गोयल, दीपक साहनी, अभिषेक जौहरी, तारिक अनवर आदि मौजूद रहे।