बरेली। अखिल भारतीय कायस्थ महासभा की युवा इकाई द्वारा शनिवार को क्षेत्रीय सेवायोजन कार्यालय परिसर में वृक्षारोपण कर युवाओं के रोजगार की मांग उठाई गई। “एक पेड़ मां के नाम” अभियान के साथ “एक पेड़ बेटा-बेटी के रोजगार के नाम” अभियान के अंतर्गत यह आयोजन किया गया। कार्यक्रम की अगुवाई प्रदेश युवाध्यक्ष एवं सपा पार्षद दल के नेता गौरव सक्सेना ने की। इस अवसर पर मुख्यमंत्री को संबोधित ज्ञापन सहायक सेवायोजन निदेशक त्रिभुवन सिंह को सौंपा गया, जिसमें बरेली में बड़े उद्योगों एवं फैक्ट्रियों की स्थापना कर स्थानीय युवाओं के लिए रोजगार सृजन की मांग की गई। गौरव सक्सेना ने कहा कि बरेली का भौगोलिक स्थान दिल्ली और लखनऊ जैसे बड़े शहरों के बीच होने के बावजूद यहां के उद्योग लगातार बंद होते जा रहे हैं। एशिया की प्रसिद्ध रबर फैक्ट्री, विमको, टरपेंटाइन फैक्ट्री और सरकारी चीनी मिल जैसे संस्थान वर्षों पूर्व बंद हो चुके हैं। इसके चलते हजारों लोग बेरोजगार हो गए हैं और नई फैक्ट्रियों की स्थापना न होने से युवा अन्य शहरों और राज्यों में पलायन को मजबूर हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि बरेली में भाजपा के कई जनप्रतिनिधि और दो मंत्री होने के बावजूद रोजगार के मुद्दे पर कोई ठोस प्रयास नहीं किए गए। महासभा ने चेतावनी दी है कि यदि बरेली में रोजगार के संसाधन नही बढ़ाए गए तो युवा धरना-प्रदर्शन और आंदोलन करने को बाध्य होंगे। कार्यक्रम में प्रमुख रूप से जिलाध्यक्ष शक्ति कुमार मंगलम, महामंत्री विभाकर सक्सेना, अंबुज सक्सेना, चिरंजीव आजाद, अमित सक्सेना एडवोकेट, अभिषेक सक्सेना, आशीष सक्सेना, नितिन सक्सेना, ऋषभ सक्सेना एडवोकेट, रोहित सक्सेना, शशांक सक्सेना, अनिल कंचन, अभिनव शील एडवोकेट, सुभाष चंद्र सक्सेना सहित अन्य कार्यकर्ता उपस्थित रहे।