अटेवा की बैठक में निजीकरण, एनपीएस और यूपीएस के खिलाफ आंदोलन की रणनीति तय

बदायूं। अटेवा पेंशन बचाओ मंच की एक महत्वपूर्ण बैठक बुधवार को पीडब्ल्यूडी परिसर स्थित प्रेरणा सदन में आयोजित हुई। बैठक की अध्यक्षता जिलाध्यक्ष ओमवीर सिंह ने की, जबकि संचालन महामंत्री लल्लू सिंह प्रजापति ने किया। बैठक में संगठन के आगामी आंदोलनों की रूपरेखा तय की गई। जिलाध्यक्ष ओमवीर सिंह ने कहा कि एनपीएस, यूपीएस और निजीकरण जैसे कदम देश को अंदर से खोखला कर रहे हैं। एनएमओपीएस/अटेवा लगातार देशहित में इन नीतियों का विरोध कर रहा है। उन्होंने बताया कि राष्ट्रीय अध्यक्ष विजय कुमार बन्धु द्वारा आंदोलन की अगली श्रृंखला की घोषणा कर दी गई है। घोषित आंदोलन कार्यक्रम:
1 अगस्त 2025 : देशभर के जिला मुख्यालयों पर एक दिवसीय धरना-प्रदर्शन और आक्रोश मार्च
5 सितम्बर 2025 : निजीकरण विरोध में सामूहिक उपवास
1 अक्टूबर 2025 : सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स (पूर्व ट्विटर) पर महाअभियान
25 नवम्बर 2025 : दिल्ली में विशाल महारैली, जिसमें देशभर से शिक्षक और कर्मचारी भाग लेंगे
बैठक में जिला प्रभारी अनिल कुमार यादव ने कहा कि निजीकरण की मार हर वर्ग पर पड़ रही है। बड़े कॉरपोरेट घरानों को लाभ देने के लिए देश के संसाधनों का केन्द्रीकरण किया जा रहा है, जिससे गरीब तबके को शिक्षा और नौकरी के अवसरों से वंचित किया जा रहा है। जिला संरक्षक डॉ. राकेश प्रजापति ने कहा कि जनता के टैक्स का पैसा एनपीएस और यूपीएस के नाम पर पूंजीपतियों के हवाले किया जा रहा है। अटेवा इस अन्याय के खिलाफ पुरजोर संघर्ष करता रहेगा। जिला कोषाध्यक्ष सुरेन्द्र पाल सिंह ने जानकारी दी कि 15 जुलाई से अटेवा का सदस्यता अभियान शुरू हो चुका है, जिसमें सभी कर्मचारियों से संगठन से जुड़ने की अपील की गई। बैठक में जिला महिला संयोजिका अंकिता सागर, वरिष्ठ उपाध्यक्ष सूरज पाल सिंह, उपाध्यक्ष अजब सिंह, जिला उपाध्यक्ष मुहम्मद जुबैर खां, संगठन मंत्री निर्भान सिंह यादव, मीडिया प्रभारी विजय यादव, दीप्तेश कुमार, योगेश कुमार, रजनेश कुमार, रोहित, अहमद मियां, प्रमोद प्रजापति, कफील अहमद खान, श्रीकृष्ण पटेल और मुहम्मद मुक्तदिर खान ने भी संबोधित किया। सभी ने प्रस्तावित कार्यक्रमों को सफल बनाने के लिए पूरे मनोयोग से जुटने का संकल्प लिया।