बरेली। किसान एकता संघ के पदाधिकारी बड़ी संख्या में दामोदर स्वरूप पार्क में इकट्ठे होकर पैदल मार्च जुलूस के रूप में नारेबाजी करते हुए जिला अधिकारी कार्यालय पहुंचे और पांच सूत्रीय मांगों का ज्ञापन सिटी मजिस्ट्रेट अलंकार अग्निहोत्री को दिया। किसान नेता डॉ रवि नागर ने बताया की 300 बेड सरकारी अस्पताल मे उत्तम निशुल्क चिकित्सा सेवाएं उपलब्ध हो इसके लिए किसान एकता संघ ने लंबे समय से आंदोलन किया। जिसके फल स्वरुप एक अप्रैल को बरेली आए उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री आदित्यनाथ योगी ने मेडिकल हब बनाने की घोषणा की। जिससे बरेली के गरीब, मजदूर एवं किसानों को ही नहीं आसपास के जिले के लोगों को भी निशुल्क उत्तम चिकित्सा सेवाएं मिलने की उम्मीद जगी थी। किंतु पिछले दिनों प्रशासन की तरफ से आई ऐसी खबरों ने गरीब मजदूर एवं किसानों को निराश किया कि इस सरकारी अस्पताल को प्राइवेट पार्टनरशिप मॉडल पर चलाया जाएगा। किसान नेता डॉ रवि नागर ने कहा कि किसान एकता संघ ने आंदोलन उद्योगपति या पूंजीपतियों को फायदा पहुंचाने के लिए नहीं किया था। अगर प्रशासन ने अपने निर्णय को नहीं बदला तो किसान एकता संघ सड़क पर आकर विरोध करने के लिए तैयार है। लेकिन किसी भी कीमत पर गरीब मजदूर एवं किसानों के हक को मरने नही दिया जाएगा। उन्होंने चौपला ओवरब्रिज पर शीघ्र में बनाई गई सड़क पर ऐतराज जताया और कहा कि सड़क निर्माण करने वाले ठेकेदार ने सड़क के बीचों बीच गहरी गहरी नदिया बना दी हैं। जिसके कारण आवागमन तो अवरोध होता ही है साथ ही साथ पुल के क्षतिग्रस्त होने की भी संभावना है। अतः शीघ्र से शीघ्र इसे ठीक कराया जाए एवं निर्माण कंपनी की जांच कराकर उसके खिलाफ कार्रवाई की जाए। किसान एकता संघ के प्रदेश अध्यक्ष पंडित राजेश शर्मा ने प्रशासन को चेताया कि धान में लगाने के लिए खाद्य की आवश्यकता है। किसी भी कीमत पर खाद की कालाबाजारी नहीं होनी चाहिए और प्रशासन को उसकी उपलब्धता भरपूर रखनी चाहिए। जिससे किसानों को खाद मिलने में कोई परेशानी न उठानी पड़े।