बरेली में पांच दिवसीय एफएलएन के ब्लॉक स्तरीय संदर्भदाताओं के प्रशिक्षण का समापन

बरेली। जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान फरीदपुर में निपुण भारत मिशन के तहत पांच दिवसीय एफएलएन का ब्लॉक स्तरीय संदर्भदाताओं के प्रशिक्षण के अंतिम दिवस विभिन्न प्रशिक्षण संबंधी गतिविधियों पर चर्चा की गई तथा अंत में प्रशिक्षणार्थियों को प्रमाण पत्र वितरित किए गए। प्रशिक्षण के अंतिम दिवस भारतीय ज्ञान प्रणाली, एकीकृत शिक्षण, समावेशी शिक्षा गणित तथा हिंदी के शिक्षण को आसान बनाने के तरीके, भाषा से संबंधित विभिन्न खेल तथा सुनना, बोलना, पढ़ना, लिखना आदि कौशलों पर विस्तृत चर्चा की गई। प्रमाण पत्र वितरण के दौरान डाइट आचार्य दीप्ति वार्ष्णेय ने कहा कि पांच दिवसीय प्रशिक्षण में सभी एआरपी एवं अध्यापकों ने पूर्ण समय उपस्थित रहकर प्रशिक्षण प्राप्त किया, जिसके लिए सभी बधाई के पात्र हैं। उन्होंने कहा कि किसी भी प्रशिक्षण का लाभ तभी होता है, जबकि उसके द्वारा विद्यालयों के छात्र-छात्रा लाभान्वित हो पाएं। उन्होंने कहा कि ब्लॉक स्तरीय प्रशिक्षण को भी पूर्ण गुणवत्ता संचालित करें। प्रशिक्षण प्रभारी एवं डाइट के वरिष्ठ प्रवक्ता मनोज कुमार ने कहा कि शैक्षिक ज्ञान के साथ-साथ सहशैक्षिक गतिविधियों पर भी जोर दिया जाना चाहिए तथा आजकल प्रत्येक प्रशिक्षण में डिजिटल जागरुकता की जानकारी भी दी जानी चाहिए। डायट की वरिष्ठ प्रवक्ता रोशनी सिंह ने प्रत्येक विकास क्षेत्र में शिक्षा की अलख जगाने के लिए सभी एआरपी, केआरपी तथा शिक्षकों का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि अगर हम सभी प्रयास करें तो शीघ्र ही हमारा प्रदेश निपुण प्रदेश हो जाएगा। जनपद स्तरीय मास्टर ट्रेनर तथा प्रशिक्षण के नोडल श्रीकांत मिश्रा द्वारा विभिन्न तिविधियां कराई गई। उन्होने बताया कि शिक्षण की प्रक्रिया के दौरान प्रत्येक शिक्षण सत्र में गतिविधि का समावेश अवश्य किया जाना चाहिए। मास्टर ट्रेनर डॉ कृष्ण कुमार द्वारा हिंदी शिक्षण के दौरान अध्यापक के नियमित कार्यों की जानकारी दी। मास्टर ट्रेनर तथा एसआरजी डॉ धर्मवीर द्वारा गणितीय पोस्टर तथा कहानियों के बारे में बताते हुए, समस्त टीएलएम के प्रभावी उपयोग की जानकारी दी गई। डाॅ लक्ष्मी शुक्ला ने संतूर पाठ्य पुस्तक एवं कार्य पुस्तिका के बारे में विस्तृत जानकारी दी। एसआरजी डॉ अनिल चौबे द्वारा भारतीय ज्ञान प्रणाली के बारे में उदाहरण द्वारा समझाया गया। डाइट में चल रहे प्रशिक्षण को प्राप्त करके सभी प्रशिक्षणार्थी, मास्टर ट्रेनर के रूप में जनपद के समस्त विकास क्षेत्रों में आगामी 14 जुलाई से माह सितंबर तक विभिन्न बैच में बांटकर प्राथमिक विद्यालय के समस्त शिक्षकों एवं शिक्षामित्रों को प्रशिक्षण प्रदान करेंगे।
प्रशिक्षण में प्रत्येक विकास क्षेत्र से पांच मास्टर ट्रेनर को प्रशिक्षण दिया गया।