सपा जिलाध्यक्ष ने भाजपा पर लगाए गंभीर आरोप बदायूं। समाजवादी पार्टी के जिलाध्यक्ष प्रेमपाल सिंह यादव ने कहा कि 26 जून की शाम को वार्ड नम्बर ४१ से निर्वाचित सदस्य जिला पंचायत अरुणा कुमारी के पति अनिल कुमार यादव व उनका भाई प्रदीप यादव बदायूँ शहर में थे। तब कुछ लोगों ने उनको रोक लिया तथा अरुणा कुमारी के पति अनिल यादव को अपने साथ जबरन ले गए। २७ जून को प्रदीप यादव ने वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक बदायूँ को एक प्रार्थना पत्र के द्वारा अपने भाई अनिल कुमार यादव के जबरन अपहरण की सूचना दी। अपहरण के बाद खुद अनिल यादव ने वाट्सएप के माध्यम से अपने आपको बंधक बनाने की सूचना दी है।इसके बाद भाजपा नेताओ के दबाव में अनिल यादव ने थाना उसावां में अपनी पत्नी के अपहरण का फ़र्जी मुकदमा जिला पंचायत अध्यक्ष पद की सपा प्रत्याशी सुनीता शाक्य व उनके पति पर लिखाया है। उन्होंने आगे कहा कि भाजपा चुनाव में हार के डर से बुरी तरह से बौखला गयी है और सत्ता के दबाव में प्रशासन सपा प्रत्याशी व सपा नेताओं पर फर्जी मुकदमे लगवा रहा हैं ,समाजवादी पार्टी इस सबसे डरने वाली नही है और पूरे दम से चुनाव लड़ रही है,बहुमत में सदस्य जिला पंचायत का समर्थन समाजवादी पार्टी को मिल रहा है।सपा जिलाध्यक्ष ने प्रशासन को चेतावनी देते हुए कहा कि सरकारें आती जाती रहतीं हैं,प्रशासन किसी के भी दबाव में सपा नेताओं व कार्यकर्ताओं पर कोई फर्जी कार्यवाही न करे अन्यथा सपा कार्यकर्ता सड़क पर उतर कर विरोध प्रदर्शन करने को बाध्य होंगें।उन्होंने आगे कहा कि जिस प्रकार पूरे प्रदेश में अराजकता फैला कर सत्ता के दबाव में भाजपा नेताओं ने जबरन अपने अध्यक्ष निर्विरोध करा लिए है,उसी प्रकार बदायूँ में भी करना चाहते है परंतु बदायूँ सदैव समाजवादियों का जिला रहा है यहां भाजपा नेता अपनी इस चाल में कामयाब नही होंगे और भारी मतों से सपा प्रत्याशी सुनीता शाक्य जिला पंचायत अध्यक्ष पद का चुनाव जीतेंगी। सपा प्रत्याशी सुनीता शाक्य के पति व पूर्व विधायक सिनोद शाक्य ने कहा कि भाजपा नेता मान चुके हैं कि इस चुनाव में उनकी हार निश्चित है इसिलये बौखला कर प्रशाषन के माध्यम से सपा समर्थित सदस्यों को साम,दाम,दंड,भेद की कुनीति को अपनाकर उनको हतोत्साहित करने का कुत्सित प्रयास कर रहे हैं,परंतु सपा कार्यकर्ता किसी से डरने वाले नहीं हैं और ईट का जवाब पत्थर से देने के लिये सक्षम हैं।