केदारनाथ पैदल मार्ग पर भूस्खलन से बड़ा हादसा, दो मजदूरों की मौत, तीन घायल

रुद्रप्रयाग।
केदारनाथ यात्रा मार्ग पर बुधवार को एक दर्दनाक हादसा हो गया। गौरीकुंड-केदारनाथ पैदल मार्ग पर जंगलचट्टी के पास अचानक हुए भारी भूस्खलन में पाँच मजदूर पहाड़ी से गिरते मलबे की चपेट में आकर गहरी खाई में जा गिरे। हादसे में दो मजदूरों की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि तीन अन्य गंभीर रूप से घायल हो गए।
घटना की पुष्टि जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी ने की है। उन्होंने बताया कि लगातार हो रही प्री-मानसून बारिश के चलते पहाड़ियों में भूस्खलन का खतरा पहले से बना हुआ था। हादसे की सूचना मिलते ही स्थानीय प्रशासन व एसडीआरएफ की टीमें मौके पर पहुंचीं और रेस्क्यू अभियान शुरू किया।
मलबे में दबकर गिरे खाई में, दो की मौत
जम्मू-कश्मीर के डोडा जिले के थे मृतक, पालकी मजदूर के रूप में कर रहे थे कामभूस्खलन की चपेट में आए पाँच लोगों में से दो की घटनास्थल पर ही मौत हो गई। मृतकों की पहचान इस प्रकार हुई है:
- नितिन कुमार पुत्र रावेल सिंह, उम्र 18 वर्ष, निवासी जिला डोडा, जम्मू-कश्मीर
- चंद्रशेखर, निवासी जिला डोडा, जम्मू-कश्मीर
दोनों पालकी मजदूर के रूप में केदारनाथ मार्ग पर कार्यरत थे। हादसे के समय वे यात्रियों को सेवा दे रहे थे।
तीन घायल, दो की हालत गंभीर
घायलों को प्राथमिक उपचार के बाद सुरक्षित स्थानों पर भेजा गया, हादसे में घायल मजदूरों की पहचान इस प्रकार की गई है:
- संदीप कुमार पुत्र दया कृष्णा, ग्राम गली, जिला डोडा, जम्मू-कश्मीर (पालकी मजदूर)
- आकाश चितरीय पुत्र दामोदर दास, निवासी भावनगर, गुजरात
- नितिन मन्हास पुत्र मनजीत, जिला डोडा, जम्मू-कश्मीर (पालकी मजदूर)
तीनों घायलों को रेस्क्यू कर खाई से निकाला गया और प्राथमिक चिकित्सा सहायता देकर सुरक्षित स्थानों पर ले जाया गया। दो मजदूरों की हालत गंभीर बताई जा रही है।
पहाड़ियों में लगातार बारिश से भूस्खलन का खतरा
मौसम विभाग ने पहले ही जारी किया था अलर्ट, 23 जून तक बारिश का अनुमान
उत्तराखंड के अधिकतर हिस्सों में बीते कुछ दिनों से प्री-मानसून बारिश जारी है। मौसम विभाग ने 19 जून से तेज गर्जना, हवाओं और हल्की से मध्यम बारिश की संभावना जताई थी। खासतौर पर पर्वतीय जिलों में भारी वर्षा को लेकर अलर्ट जारी किया गया था।
मौसम विज्ञान केंद्र के अनुसार बागेश्वर और पिथौरागढ़ के कुछ इलाकों में येलो अलर्ट जारी है। अन्य पहाड़ी जिलों में भी भारी बारिश, तेज हवाओं और मेघगर्जन की आशंका बनी हुई है। 23 जून तक मौसम के ऐसे ही बने रहने की संभावना है, जिससे यात्रियों और स्थानीय नागरिकों को विशेष सतर्कता बरतने की सलाह दी गई है।