स्वामी शुकदेवानन्द कॉलेज में विश्व पर्यावरण दिवस पर क्विज़, भाषण प्रतियोगिता एवं पौधारोपण हुआ

शाहजहाँपुर। प्रकृति केवल हमारी आवश्यकताओं की पूर्ति नहीं करती, बल्कि यह हमारे अस्तित्व की आधारशिला है — इसलिए उसका सम्मान और संरक्षण अनिवार्य है। हम जितना प्रकृति को देंगे, वह उससे कहीं अधिक लौटाएगी|
आज समय की मांग है कि हम विकास और पर्यावरण के बीच संतुलन स्थापित करें। हमें केवल एक दिन नहीं, बल्कि हर दिन को ‘पर्यावरण दिवस’ के रूप में जीना होगा | उपरोक्त विचार स्वामी शुकदेवानन्द कॉलेज में वनस्पति विज्ञान विभाग द्वारा आयोजित “विश्व पर्यावरण दिवस” के कार्यक्रम मे अध्यक्ष के रूप मे सचिव प्रो. (डॉ) अवनीश मिश्रा ने व्यक्त किए |
प्राचार्य प्रो. (डॉ) राकेश कुमार आज़ाद ने कहा कि पर्यावरण की रक्षा हम सभी की सामूहिक जिम्मेदारी है। हमें पौधारोपण को अपनी दिनचर्या में सम्मिलित करना चाहिए। आज जिस तेजी से प्राकृतिक संसाधनों का दोहन हो रहा है, वह चिंताजनक है। हमें न केवल वृक्षारोपण करना चाहिए, बल्कि उनके संरक्षण की भी जिम्मेदारी लेनी चाहिए। हर नागरिक यदि वर्ष में एक पौधा भी लगाए और उसकी देखभाल करे, तो आने वाली पीढ़ियों के लिए हम एक हरित भविष्य सुनिश्चित कर सकते हैं।
पूर्व मे कार्यक्रम की शुरुआत माँ सरस्वती की प्रतिमा के समक्ष दीप प्रज्ज्वलन से हुई | जिसके बाद सर्वप्रथम कॉलेज परिसर में विद्यार्थियों एवं शिक्षकों द्वारा संयुक्त रूप से वृहद नीम , तुलसी अशोक, सहजन , पीपल आदि पौधों का पौधरोपण किया गया एवं उनकी सुरक्षा की समुचित व्यवस्था की गई| कार्यक्रम के दौरान पर्यावरण जागरूकता को बढ़ावा देने के उद्देश्य से एक क्विज़ प्रतियोगिता का आयोजन किया गया जिसमें पुनीत सिंह, नैन्सी भटनागर, छाया, दीपिका, शगुन कुशवाहा, शगुन रस्तोगी एवं प्रतिमा मिश्रा को वनस्पति विज्ञान की पुस्तकें प्रदान की गई। साथ ही एक भाषण प्रतियोगिता का भी आयोजन किया गया जिसमें प्रथम एवं द्वितीय पर क्रमश आकर्षी मिश्रा, सताक्षी रहे एवं तृतीय स्थान पर संयुक्त रूप से शिवांगी एवं पुनीत सिंह रहे, सांत्वना पुरुस्कार शगुन, छाया, कोमल, नैन्सी, को प्रदान किया गया; निर्णायक मण्डल की भूमिका में शिक्षक शिक्षा विभाग के डॉ बृज निवास, सौरभ मिश्रा, रामौतार रहे; विजेताओं को प्रमाण पत्र देकर सम्मानित किया गया। कार्यक्रम मे डॉ रमेश चंद्रा, डॉ मुमताज़ हुसैन, मोहित पाण्डेय, मनोज कुमार, शिवांगी शुक्ला, आकांक्षा गुप्ता एवं अजय का सहयोग रहा | कार्यक्रम का संचालन डॉ. केशव शुक्ला ने किया तथा धन्यवाद ज्ञापन डॉ. आदर्श पाण्डेय ने प्रस्तुत किया।