स्वास्थ्य। फैटी लिवर की समस्या तेजी से बढ़ रही है। शराब का सेवन करने वाले लोग तो इससे पीड़ित हो ही रहे हैं। शराब का सेवन न करने वाले लोग भी जंक फूड व खराब जीवन शैली के कारण नॉन अल्कोहॉलिक फैटी लिवर से पीड़ित हो रहे हैं, जो आगे चलकर लिवर की गंभीर बीमारी बढ़ने का कारण बन सकता है। इस बीच यकृत व पित्त विज्ञान संस्थान (आईएलबीएस) में किए गए एक शोध में यह बात सामने आई है कि प्रोटीन से भरपूर सोयाबीन जैसे शाकाहार से शराब के कारण लिवर में जमा फैट व फाइब्रोसिस काफी हद तक ठीक हो सकता है। आईएलबीएस द्वारा चूहों पर किए गए शोध में यह उत्साहजनक नतीजे पाए गए हैं। हाल ही में यह शोध अमेरिका के अंतरराष्ट्रीय मेडिकल जर्नल क्लीनिकल न्यूट्रिशन में प्रकाशित हुआ है। ऐसे में प्रोटीन से भरपूर शाकाहार भोजन से लिवर की बीमारियों से बचा जा सकता है। 19 अप्रैल को दुनिया भर में विश्व लिवर दिवस मनाया जाएगा, जिसका थीम इस बार ‘आहार है दवा’ रखा गया है। इसका मकसद लोगों को लिवर की बीमारियों से बचाव के लिए पौष्टिक आहार लेने के प्रति जागरूक करना है। अस्पताल के मोलिक्यूलर और सेलुलर मेडिसिन के अतिरिक्त प्रोफेसर डा. श्वेतांक शर्मा ने बताया कि शराब के कारण हुए लिवर रोग पर यह शोध किया गया है। मौजूदा समय में शराब के कारण लिवर की बीमारी होने पर फीकल माइक्रोबायोटा ट्रांसप्लांट किया जाता है। इस प्रक्रिया में फीकल में मौजूद अच्छे बैक्टीरिया को अलग कर ट्यूब के जरिये प्रत्यारोपित किया जाता है।