बदायूँ। समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय सचिव व पूर्व मंत्री आबिद रजा ने प्रेस के माध्यम से ब्यान जारी करते हुए कहा कि आज 23 गाड़गे समाज के महापुरुष राष्ट्रीय संत गाडगे जी महाराज” के जन्म दिवस को हर्ष उल्लास से मनाते हैं। गाडगे समाज ने हमसे अनुरोध किया था बदायूँ शहर में गाडगे जी महाराज” की किसी तिराहे या चौराहे पर प्रतिमा लगायी अनुरोध पर गाडगे समाज के सम्मान में चेयरमैन फात्मा रजा को महापुरूष राष्ट्रीय संत जाये। गाडगे समाज के राष्ट्रीय संत गाडगे जी महाराज” की प्रतिमा लगाने को पत्र लिखा, जिस पर नगर पालिका बदायूँ की चेयरमैन फात्मा रजा ने हमारे सुझाव को स्वीकार करते हुए नगर पालिका की बोर्ड की बैठक दिनांक-22.06. 2023 को मीराजी चौकी पर राष्ट्रीय संत गाडगे जी महाराज की मूर्ति लगाने के लिए 5 लाख रू० की लागत का प्रस्ताव पास कर दिया। बोर्ड बैठक में प्रस्ताव पास करके बोर्ड की Proceding (कार्यवृत्त) वाया जिलाधिकारी द्वारा मण्डलायुक्त बरेली को भेज दिया गया। किसी भी बोर्ड प्रस्ताव को प्रतिशेध करने का अधिकार कमिश्नर साहब को होता है। कमिश्नर ने प्रस्ताव पर कोई आपत्ति नहीं लगायी। उसके उपरान्त नगर पालिका बदायूँ द्वारा-10.11.2023 को महापुरूष राष्ट्रीय संत गाडगे जी महाराज की प्रतिमा लगाने का उपजिलाधिकारी / अधिशासी अधिकारी द्वारा टेंडर निकाला गया। Tender की सभी विधिवत औपचारिकताए अधिशासी अधिकारी की हैसियत से उपजिलाधिकारी सदर ने पूरी करके ठेकेदार को Work Order जारी किया गया। नगर पालिका के अधिकृत ठेकेदार द्वारा 20 फरवरी को राष्ट्रीय संत गाडगे जी की प्रतिमा लगाने का कार्य पूर्ण कर लिया, केवल प्रतिमा को फाउण्डेशन पर महाराज लगाना बाकी था. बाकी सभी कार्य नियमानुसार कर लिया गया था। हम चाहते थे 23 फरवरी 2025 को राष्ट्रीय संत गाडगे जी महाराज” की प्रतिमा लगाकर गाडगे समाज का सम्मान बढ़ाया जाये।लेकिन 22 फरवरी को सत्ता के नेताओं ने सत्ता का दुरूपयोग करके सरकारी मशीनरी को मजबूर करके राष्ट्रीय संत गाडगे जी महाराज” की मूर्ति नहीं लगने दी। सत्ता के नेताओं का यह कृत्य बेहद निन्दनीय है। सत्ता के नेताओं ने गाडगे समाज की भावनाओं का अपमान किया है तथा दलित विरोधी कार्य किया है।