जबलपुर(मध्यप्रदेश)। गूँज अंतरराष्ट्रीय संस्था द्वारा कला वीथिका रानी दुर्गावती संग्रहालय में गूँज गीतमाला का आयोजन माँ सरस्वती के पूजन आराधन के साथ प्रारंभ किया गया। माधुरी मिश्रा एवं नीरज शुक्ला, विनोद स्वामी द्वारा आयोजित गीतमाला का उद्देश्य नगर में छुपी प्रतिभा को उभारना है। आयोजन में मुख्य अतिथि अधिवक्ता अमित बाजपेई रहे एवं कार्यक्रम की अध्यक्षता पूर्व आकाशवाणी अधिकारी डॉ. बैजनाथ गौतम द्वारा की गई विशिष्ट अतिथि, अंतर्राष्ट्रीय जादूगर एस. के. निगम , लोकगंधर्व गायक पंडित रूद्रदत्त दुबे वरिष्ठ कवि मनोहर चौबे आकाश, नगर निगम अध्यक्ष रिंकू विज कवि सुरेश विचित्र समाजसेवी आदित्य शुक्ला, दिव्या बाजपेयी रही कलाकारों द्वारा शानदार गीत प्रस्तुत किए गए ।जिसमें विनोद स्वामी द्वारा पर्दा है पर्दा…….जिसने लोगों का मन मोह लिया नजर आती नहीं मंजिल………. दुनिया में लोगों को………… दर्दे दिल दर्दे जिगर………. . फिजा भी है जवां जवां…….. परदेसियों से सच है पिया………. जैसे गीतों ने गीतमाला में चार चांद लगा दिए कलाकारों को संस्था द्वारा गूँज स्वर रत्न सम्मान से सम्मानित किया गया जिसमें धर्मपाल विश्वकर्मा अरविंद विश्वकर्मा, डॉ अनिल बाजपेई, सलिल तिवारी, नीरज शुक्ला, मदन सिंह, चरन वेन, मनोज नेनोरिया, भूपेंद्र सिंह यादव, हरीश चौरसिया, मनोज शर्मा, मोहित मिश्रा, अफजल खान, मदन गोपाल, अधिवक्ता कमल बघेल, शेखर टिलवानी, जितेंद्र ठाकुर, सुशील श्रीवास्तव, अनिल श्रीवास्तव, विनोद स्वामी, संध्या जैन, मिनी खोखले, सुमन चौरसिया, आयशा खान, रचना श्रीवास्तव, प्रिया चौधरी, राधा थापा, संगीता ठाकुर, धर्मपाल विश्वकर्मा, सभी नगर की धरोहर कलाकारों को सम्मानित किया गया आभार प्रदर्शन संस्थापिका माधुरी मिश्रा द्वारा किया गया l