बरेली । माता भाग कौर जत्था,गुरुद्वारा श्री गुरू गोबिंद सिंघ नगर की प्रबन्धक कमेटी एवं संगत के सहयोग से दशमेश पिता गुरू गोबिंद सिंघ जी के लखते जिगर चार साहिब जादों की लासानी शहादत की याद में हर साल की तरह शान से निकला बाल खालसा मार्च पंज पिआरे एवं गुरू ग्रंथ साहिब की छत्र छाया में गुरुद्वारा जनकपुरी से दोपहर 1.00 बजे आरम्भ हुआ। जो कि सिलेक्शन पॉइंट डी.डी.पुरम होता हुआ गुरू गोबिंद सिंघ नगर (माडल टाउन) पहुँचा, जहाँ पूरे गुरू गोबिंद सिंघ नगर में भ्रमण करते हुए शाम 6 बजे गुरुद्वारा माडल टाउन पर समाप्त हुआ। समाप्ति पर गुरू का लंगर अटूट बांटा गया। पंजाब से आए बाबा जोरावर सिंघ – बाबा फतेह सिंघ के गतका ग्रुप ने गतका के हैरतअंगेज कारनामे कर सबका मन मोह लिया, गतका ग्रुप में भी 7 वर्ष से 15 वर्ष के बालक ही थे। मार्च में शहर के 6 माह से 17 साल के बालक बालिकाओं के खालसाई परिधान देखते ही बनते थे। ज्यादा छोटे बच्चे माताओं के साथ खालसाई लिबास में बग्गी में आए थे, मनमोहक खालसा परिधान, गुरू गोबिंद सिंघ साहिब के काल की याद दिला रहे थे। सबसे आगे रंजीत नगाड़ा, प्रचार वाहन पर इतिहास सुनाया जा रहा था, पांच निशानची, पांच पिआरे, गुरू ग्रंथ साहिब को फ़ूलों से सुसज्जित वाहन में रखा हुआ था । गुरू की संगत आगे पानी का छिड़काव कर रही थी । सिख रेजिमेंट, गुरुमुखी वर्णमाला, पहने खालसा, किसान खालसा अधिकारी, डाक्टर, जज, वकील, आदि की वेश-भूषा में दर्शा रहे थे कि खालसाई यौवन किसी भी कार्य हेतु देश सेवा के लिए प्रतिबद्ध है। बाल खालसा मार्च में सबसे पीछे संगत गुरुबाणी कीर्तन करते हुए चल रही थी। उनके पीछे नौजवान युवक कूड़ा बीन कर रास्ता पूर्णतः साफ करते चल रही थी। जगह जगह पर विभिन्न संगठनों, व्यापरियों, एवं सिक्ख संस्थाओं ने खालसा फ़ूलों की बरखा एवं प्रसाद वितरण कर मार्च का स्वागत किया। माता भाग कौर के सभी युवक, युवतियों का बहुत सहयोग रहा । गुरुद्वारा प्रबन्धक कमेटी ने सारी संगत का धन्यवाद किया। सारी संगत ने गुरू का लंगर ग्रहण किया। गुरुवार को एक साइकिल रैली दोपहर 12.30 बजे निकाली जाएगी, शाम को दरबार साहिब से रागी जत्था भाई जगरूप सिंघ आकर गुरुबाणी कीर्तन द्वारा निहाल करेंगे। पंथ प्रसिद्ध ढाडी ज्ञानी जगदीश सिंघ (श्री अकाल तख्त साहिब) शहीदी दास्तां पेश करेंगे।