बरेली। 20 सूत्रीय मांगों को लेकर डिप्लोमा फार्मासिस्टों ने डिप्लोमा फार्मासिस्ट एसोसिएशन उत्तर प्रदेश के नेतृत्व में जिला अस्पताल में सीएमओ कार्यालय के बाहर धरने पर बैठे हैं। डिप्लोमा फार्मासिस्टों मुख्य चिकित्सा अधिकारी बरेली को मुख्यमंत्री को संबोधित ज्ञापन दिया है। ज्ञापन के माध्यम से प्रदेश में कार्यरत समकक्ष पदों के आधार पर चीफ फार्मासिस्ट के पे ग्रेड में वृद्धि करने, एलोपैथिक चिकित्सकों की अनुपस्थिति में किया जाने वाले प्रभार भत्ते में वृद्धि करने। फार्मासिस्ट पद पर तैनात फार्मासिस्टों का नाम फार्मेसी अधिकारी करने, विशेष कार्य अधिकारी फार्मेसी का पद नाम बदलकर सहायक निदेशक फार्मेसी किए जाने, फार्मासिस्टों को प्राथमिक उपचार के लिए कुछ सीमित नुस्खों को लिखने का अधिकार प्रदान करने का अधिकार दिया जाए क्योंकि ग्रामीण क्षेत्रों में फार्मेसी द्वारा ओपीडी भी कराई जाती है। जिला चिकित्सालय, जिला महिला चिकित्सालय व 300 बेड हॉस्पिटल में एक-एक विशेष अधिकारी फार्मेसी तथा चार संयुक्त निदेशक फार्मेसी नियुक्त किए जाने की मांग की है। प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों पर दो तथा सामुदायिक स्वास्थ्य केदो पर तीन फार्मासिस्ट और दो चीफ फार्मासिस्ट के पदों का मानक बनाया जाए। फार्मासिस्ट की नियुक्ति के लिए नियमावली 1980 को संशोधित किए जाने की मांग की है। प्रत्येक ट्रामा सेंटर पर तीन फार्मासिस्ट एवं चीफ फार्मासिस्ट के दो पद का मानक बनाया जाए। सर्जिकल स्टोर में लिपिक से कार्य लिए जा रहा है ,जो मानक के विरुद्ध है उच्च न्यायालय के आदेश अनुसार समस्त औषधि, औषधि सामग्री ,सर्जिकल, ड्रेसिंग व उपकरणों आदि के भंडारों में कार्य के लिए चीफ फार्मासिस्ट व फार्मासिस्ट से कार्य लिया जाए। विशेष कार्य अधिकारी फार्मेसी एवं संयुक्त निदेशक फार्मेसी के रिक्त पद पर पदोन्नति की प्रक्रिया संपन्न कराई जाए। 2005 के बाद नियुक्त फार्मासिस्टों की वरिष्ठता सूची बनाई जाए। फार्मासिस्टों से ड्यूटी लिस्ट के अनुरूप कार्य कराया जाए। अन्य सभी मांगों को लेकर फार्मासिस्टों ने आज जिला चिकित्सालय में धरना प्रदर्शन करने के बाद मुख्यमंत्री को संबोधित ज्ञापन मुख्य चिकित्सा अधिकारी को सौंपा है। धरना में बीसी यादव , अंकित यादव , हरीश चंद सिंह ,धीरेन्द्र सिंह , अखिलेश सक्सेना , योगेश सक्सेना , नरेश पटेल,मनोज कुमार , मोहम्मद खालिद दाउद, सर्वेश कुमार , कृपाल सिंह आदि मौजूद रहे।