बरेली । फरीदपुर के मनीष कश्यप लेखपाल की हत्या के बाद बरेली जिले के लेखपालों में आक्रोश और बड़ी एजेंसी से जांच करने की मांग करते हुए बैठे अनिश्चितकालीन धरने पर। लेखपाल अपने साथी लेखपाल के अपहरण के बाद हत्या के मामले से बेहद आहत हैं । लेखपालों ने प्रदेश सरकार से घटना के सही खुलासे के लिए एसआईटी टीम का गठन के साथ ही जांच बरेली पुलिस से ना करवा कर किसी अन्य एजेंसी से करवाए जाने की मांग की है । साथ ही बरेली जिले के लेखपाल अपने सुरक्षा को लेकर भी बेहद दहशत में है । उन्होंने लेखपालों की सुरक्षा की भी मांग की है। उत्तर प्रदेश लेखपाल संघ के जिला अध्यक्ष निर्दोष शर्मा ने कहा कि बरेली जिले के लेखपाल अपने साथी लेखपाल मनीष चंद्र को खोने के बाद बेहद आक्रोश में हैं ।दरअसल बरेली जिले में मनीष चंद्र लेखपाल की अपहरण के बाद बेरहमी से हत्या कर दी गई थी । हत्या के पीछे परिवार ने इलाके के एक दबंग और अधिकारियों पर गंभीर आरोप लगाए थे । परिजनों का आरोप था कि उन्होंने सरकारी जमीन को एक दबंग से छुड़वाया था और इसकी वह जल्दी ही शासन को रिपोर्ट भेजने वाले थे ।लेखपाल मनीष पर रिपोर्ट बदलने का बेहद दबाव था और जब उन्होंने रिपोर्ट नहीं बदली तो उनका अपहरण कर बेरहमी से हत्या कर दी । अपने साथी लेखपाल मनीष चंद्र के अपहरण और हत्या के बाद आज लेखपाल बेहद दहशत में भी है । उन्होंने प्रदेश सरकार से एसआईटी का गठन करवाकर सही खुलासे की मांग की है । साथ ही लेखपालों की मांग है कि जांच को बरेली पुलिस से हटाया जाए और सीबीसीआईडी सीबीआई जैसी किसी अन्य बड़ी एजेंसी से विवेचना करवाई जाए ।लेखपालों ने साथ ही खुद की सुरक्षा को लेकर भी सवाल उठाए हैं । उन्होंने प्रदेश सरकार से जिले भर के सभी लेखपालों को सुरक्षा मुहैया कराए जाने की मांग की है । लेखपालों ने धमकी दी है कि अगर उनकी मांगों को नहीं माना गया तो उनका आंदोलन और तेज होगा और प्रदेश भर के लेखपाल एक साथ काम छोड़कर अनशन शुरू कर देंगे।